- July 6, 2015
अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस: सहकारिता, सामाजिक-आर्थिक विकास की धुरी
जयपुर – उच्च शिक्षा मंत्री श्री काली चरण सराफ ने कहा है कि सहकारिता आज सामाजिक-आर्थिक विकास की धुरी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक समानता के लिए सहकारिता ही एकमात्र विकल्प है और इसे आज समूचा विश्व स्वीकारने लगा है। आईसीए की इस वर्ष की थीम समानता का चयन, सहकारिता का चयन इसी ओर इंगित करती है।
श्री सराफ शनिवार को जयपुर में अपेक्स बैंक और जयपुर सीसीबी द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उच्च शिक्षा मंत्री श्री सराफ, सहकारिता राज्य मंत्री श्री अजय सिंह किलक, जयपुर सांसद श्री रामचरण बोहरा, प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्री दीपक उप्रेती, रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन और नाबार्ड सीजीएम श्रीमती सरिता अरोड़ा ने दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सहकार ध्वजारोहण, एसएचजी, इफको, तिलम संघ और उपभोक्ता संघ की स्टालों का अवलोकन व रक्त दान शिविर का शुभारंभ कर अवलोकन किया गया।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री सराफ ने कहा कि ब्याजमुक्त सहकारी ऋण वितरण, डेयरी सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण जीवन स्तर में खुशहाली और समृद्घि आई है। उन्होंने कहा कि सहकारिता को उच्च तकनीकी शिक्षा से जोड़ते हुए युवाओं की भागीदारी तय की जाएगी।
सहकारिता राज्य मंत्री ने बताया कि सहकारिता बड़ा और विपुल संभावानाओं से जुड़ा आंदोलन है। राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में बड़े फैसले करते हुए सहकारी ऋण व्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव लाया जा रहा है। पहलीबार 20 फीसदी नए किसानों को सहकारी ऋण सुविधा से जोड़ा जा रहा है वहीं ऋणी सदस्यों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 50 हजार की जगह अब 3 लाख रुपए की राशि देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया आज सहकारिता दिवस पर समूचे प्रदेश में काश्तकारों को खरीफ के लिए जनप्रतिनिधियों के हाथों ऋण वितरित किया गया है जो सहकारिता की काश्तकारों के प्रति प्रतिबद्घता का स्पष्ट करता है।
श्री किलक ने अन्नदाता के ट्रेक्टर लोन की तुलना में कार लोन सस्ता होने की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने भूमि विकास बैंकों से ट्रेक्टर सहित अन्य कृषि निवेश ऋणों पर पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान देने का निर्णय करते हुए 7.8 प्रतिशत पर ऋण देना शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों के दर्द और परेशानी को समझते हुए ही ऋण वसूली की तिथि 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून की गई।
सहकारिता राज्य मंत्री श्री किलक ने कहा कि भ्रष्टाचारमुक्त सहकारिता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए हमनें सहकारी बैंकों मे मेन्यूयल की जगह ऑनलाईन कम्प्यूटराइज्ड कार्यशैली विकसित कर दी है। सहकारी बैंकों सीबीएस प्लेटफार्म पर लाया जा चुका है। अब महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए भी इस तरह की योजना बनाई जाएगी जिससे इन्हें सहकारी बैंकों से आसानी से कम ब्याज दर पर ऋण मिल सके। उन्होंने कहा कि एकल महिलाओं को आर्थिक संबल उपलब्ध कराने के लिए सहकारी संस्थाएं आगे आएगी।
सहकारिता मंत्री ने सुधारों की चर्चा करते हुए कहा कि अब स्वघोषणा से ऋण मिलेगा। उन्होंने सहकारी बैंकों सहित सहकारी संस्थाओं से कार्यों में विविधिकरण लाने, वित्तीय अनुशासन बनाए रखने और सीमित लाभ से सदस्यों को अधिक बेहतर सेवाएं देने के निर्देश दिए।
जयपुर सांसद श्री रामचरण बोहरा ने कहा कि किसानों के दर्द को समझते हुए ही राज्य की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने किसानों को ब्याजमुक्त सहकारी ऋण देने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि सरकार सहकारिता को विकास का जरिया बनाना चाहती है और इसी दिशा में आगे बढ़ रही है।
समारोह में जयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक, प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक जयपुर और अपेक्स बैंक द्वारा काश्तकारों, महिला स्वयं सहायता समूहों, महिलाओं और आवासीय ऋण के चैक वितरित किए। इफको की और से महिलाओं को छाते वितरित किए गए। सवाई मानसिंह चिकित्सालय के चिकित्सकों की देखरेख में रक्तदान शिविर में 50 युवाओं ने रक्तदान किया। अपेक्स बैंक की महाप्रबंधक श्रीमती अलका गौतम ने मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया।
आरंभ में अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री के.के. गुप्ता ने स्वागत किया। जयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध संचालक श्री जितेन्द्र प्रसाद ने आभार व्यक्त किया।समारोह का संचालन श्री जी.एल. अग्रवाल व भावना ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य महिलाएं, काश्तकार, सहकारी संस्थाओं के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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