• June 29, 2015

नारी में सत्यता, पवित्रता और त्याग के गुण – महिला व बाल विकास राज्य मंत्री

नारी में सत्यता, पवित्रता और त्याग के गुण  – महिला व बाल विकास राज्य मंत्री

जयपुर -महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भेदल ने कहा कि नारी कोई लिंग वाचक शब्द नहीं है। सत्यता, पवित्रता, त्याग और सृष्टि सृजन की ताकत नारी है और इन्हीं गुणों के कारण भारतीय संस्कृति विश्व में अब तक कायम है।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री शनिवार को माउंट आबू में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ज्ञान सरोवर हारमनी हॉल में आयोजित पांच दिवसीय राजयोग शिक्षण शिविर में ”परिवर्तन के लिए नारी की भूमिका’ विषय पर आयोजित सेमीनार को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि पुरुष भी स्त्री से ही शक्ति प्राप्त करता है और उसके प्यार दुलार और ममत्व के कारण न केवल आगे बढ़ता है अपितु घर में शांति का अनुभव करता है।

श्रीमती भदेल ने भारतीय संस्कृति और सामाजिक जीवन में परिवर्तन की आवश्यकता को स्वीकारते हुए कहा कि परिवर्तन जिस गति से हो रहे हंै, उनमें सालों लग जायेंगे। ऐसी स्थिति में हमें नारी शक्ति की भूमिका को फिर से स्थापित करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि समस्या का जहां समाधान है वहां तक हम पहुंच ही नहीं पाते हैं। नारी की समस्याओं का समाधान सबसे पहले घर, परिवार और उसके साथ रह रहे पुरुषों एवं बच्चों के संस्कारों में छिपा हुआ है। इसको गहराई से समझना होगा। इसके लिए नारी को ही आगे आना होगा।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति स्त्री की वजह से बची हुई है। समर्पित जीवन से परिवर्तन आता है। स्त्रियां अक्षर ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ बच्चे समाज और परिवार में संस्कारित वातावरण बनायें इसके लिए पुरुष को भी उसका साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चा जो बनना चाहता है उसको समझ कर जीवन को सही दिशा उसकी मां या स्त्री ही दे सकती है। समाज में नैतिकता प्यार सुरक्षा सब नारी से ही बचे हुए हैं।

सेमीनार को संबोधित करते हुए हरियाणा की पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती सुमन मंजरी ने कहा कि नारी के प्रयासों से ही मनुष्य सुन्दर और चरित्रवान बनता है। मां के संस्कार से ही आत्मबल, आत्म विश्वास आत्मनिश्चय, नैतिक व चारित्रिक मूल्यों का सृजन होता है।

मेहसाणा की सांसद श्रीमती जयश्री पटेल ने नारी शक्ति को उंचा उठाने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय को उर्जा संचार का केन्द्र बताया।

मुम्बई की मेयर श्रमती स्नेहील महाराष्ट्र महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती सूसे वी.शाह ने भी विचार व्यक्त किये।

अध्यक्षता महिला विंग की अध्यक्ष बी के चक्रधारी ने की।

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