- June 25, 2015
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम, कानुपर की वित्तीय पुनर्संरचना
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने वर्ष 1977-78 से 2001-02 के दौरान भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम, कानुपर को 21.82 करोड़ रुपये के कर्ज पर 39.53 करोड़ रुपये के ब्याज तथा इस राशि पर 31-03-2015 को 12.61 करोड़ रुपये के ब्याज के जुर्माने अर्थात् कुल 52.14 करोड़ रुपये {39.53 करोड़ रुपये + 12.61 करोड़ रुपये ) को इक्विटी में रूपांतरण का अनुमोदन कर दिया है। 31-03-2015 के बाद का ब्याज का जुर्माना माफ कर दिया गया है।
पूंजी आधार समर्थन में वृद्धि से निगम को अपने उद्देश्य (जिनके लिए यह स्थापित किया गया है ) पूरे करने के लिए अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी । इससे लक्ष्य के अनुसार व्यवसाय बढ़ाने के लिए बढ़ी हुई अपेक्षित कार्यकारी पूंजी की उपलब्धता बढ़ेगी तथा निगम अनुकूल शर्तों पर वित्तीय संस्थानों/बैंकों से कर्ज लेने में भी समर्थ हो सकेगा। इससे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय आधुनिकीकरण के लिए निगम को अनुदान जारी कर सकेगा।
31 मार्च, 2014 को इस निगम की अधिकृत शेयर पूंजी 3 करोड़ रुपये और चुकता पूंजी 1.965 करोड़ रुपये है। भारत सरकार ने कंपनी को 1977-78 से 2001-02 के लिए 21.82 करोड़ रुपये का ब्याज सहित कर्ज दिया है ताकि वह अपनी कार्यकारी पूंजी की जरूरतें पूरी कर सके।
हालांकि ब्याज का भुगतान नहीं किया गया था और इसे अर्जित तथा निगम के खातों में देय के रूप में दिखाया जा रहा है। इस राशि पर 31 मार्च, 2015 को 12.61 करोड़ रुपये के ब्याज के जुर्माने के अलावा इस कर्ज पर अर्जित और देय 39.53 करोड़ रुपये का ब्याज है । इस तरह निगम ने 2003-04 तक की कर्ज की राशि भारत सरकार को पूरी तरह चुकता कर दी है।