- April 22, 2015
राजीविका परियोजना का अवलोकन -विश्व बैंक
कोटा – विश्व बैंक की टीम ने सोमवार एवं मंगलवार को राजीविका कोटा द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा की तथा संचालित गतिविधियों का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि राजीविका परियोजना के तहत जिले के सांगोद ब्लाॅक में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कार्य किया जा रहा है। राजीविका विश्व बैंक द्वारा पोषित राज्य सरकार की योजना है।
परियोजना के जिला प्रबंधक चन्द्रकान्त शर्मा ने बताया कि परियोजना का उद्देश्य गरीब महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाकर उनकी छोटी-छोटी आवश्यकताओं की पूर्ति करना तथा अपनी आजीविका में वृद्धि करना है। विश्व बैंक टीम ने सर्व-प्रथम जिला परियोजना प्रबंधन ईकाई कोटा का अवलोकन किया।
जिला परियोजना प्रबंधक ने अब तक की रिसोर्स ब्लाॅेक की प्रगति की जानकारी दी तथा भविष्य में अन्य ब्लाॅक सुल्तानपुर व इटावा में विस्तार की कार्ययोजना की जानकारी दी। इसके पश्चात् विश्व बैंक टीम रिसोर्स ब्लाॅक सांगोद के कनवास कलस्टर के दरा ग्राम में राधे-राधे समूह की बैठक में भाग लिया तथा समूह की महिलाओं से समूह से जुड़ने के फायदे तथा भविश्य में आजीविका बढ़ाने के बारे में चर्चा की गई।
राजीविका द्वारा ट्रेन्च -1 व ट्रेन्च-2 के उपयोग की जानकारी समूह की महिलाओं से पूछा तथा उनके द्वारा किये गये आजीविका सेन्टर (दुकान, पशुपालन व्यवसाय) का अवलोकन भी किया तथा भविष्य में और आजीविका बढ़ाने के सुझाव दिए। इसके बाद समूह ने उच्च संस्थान ग्राम संगठन गंगापुर, गुंजारा ग्राम पंचायत लोढ़ाहेड़ा का भ्रमण किया तथा उनके कार्य तथा भविष्य की योजनाओं की जानकारी भी ली। दल ने मोक सी.आर.पी. चक्र का भी भ्रमण किया तथा उनके कार्य तथा अनुभवों पर चर्चा की गई। विश्व बैंक की टीम में आदर्श कुमार, जयपाल एवं अन्य साथी मौजूद रहे।
खेल मैदान सुविधा सम्पन्न
कोटा, 21 अप्रेल/सरकारी विद्यालयों के खेल मैदानों की अब सूरत बदलेगी। केन्द्र सरकार की योजनान्तर्गत जिले में 11 खेल मैदान और पांचों पंचायत समितियों में एक-एक इन्डोर स्टेडियम बनाया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए मौजूदा विद्यालयों के बडे खेल मैदानों का उपयोग किया जायेगा।
इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि योजनान्तर्गत प्राप्त होने वाली राशि से मौजूदा विद्यालयों के खेल मैदानों को ही सुविधा सम्पन्न बनाया जाये तथा योजना के तहत खेलों के संसाधन वहां उपलब्ध कराये जायें ताकि विद्यालयी बच्चों के साथ-साथ क्षेत्रा के अन्य खेल प्रेमियों को खेलने के अवसर सुलभ हो सकें।
जिला खेल अधिकारी अब्दुल अजीज पठान ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रा में एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, तीरंदाजी, बेडमिन्टन, बाॅस्केटबाॅल, फुटबाॅल, हैण्डबाॅल, कब्बडी, खो-खो, टेनिस तथा बालीबाॅल आदि खेलों के लिए संसाधन विकसित किये जायेंगे।