- February 15, 2015
गरीब कन्या का विवाह ::बच्चों की प्रथम गुरु मां होती है : गोखले
मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा ) – जिले के थाना क्षेत्र सिविल लाइन के थाना प्रभारी अमित भदौरिया ने अपने पुलिस जीवन में सभी पुलिसकर्मियों को पीछे छोड़ते हुए एक गरीब कन्या का विवाह स्वयं के खर्चे पर कराकर एक पुनीत कार्य को अंजाम दिया। श्री भदौरिया ने इस कार्य से यह अहसास दिलाया कि पुलिस वाले के सीने में भी एक दया पात्री व स्नेह से भरा दिल होता है। श्री भदौरिया ने कन्या विवाह के आयोजन को लेकर संपूर्ण तैयारियां स्वयं व अपने थाना क्षेत्र के पुलिस कर्मियों के सहयोग से पूर्ण की। रविवार को सिविल लाइन थाना प्रभारी अमित सिंह भदौरिया द्वारा जौरी गांव निवासी रजनी पुत्री मुन्नालाल के विवाह का आयोजन कराया। विवाह के दौरान थाना प्रभारी द्वारा संपूर्ण व्यवस्थाऐं स्वयं की गईं और विवाह उपरांत कन्या के उपयोग में आने वाली समस्त वस्तुऐं खरीदकर स्वयं अपनी ओर से कन्या को दान स्वरूप प्रदान की। इस अवसर पर सिविल लाइन थाने का संपूर्ण स्टॉफ कन्या की ओर से स्वागत सत्कार में लगा रहा।
विवाह के आयोजन के साथ-साथ थाना प्रभारी श्री भदौरिया ने कन्यादान लिया और विवाह उपरांत भी कन्या को आशीर्वाद स्वरूप वचन दिया कि जब भी कभी रजनी को उनकी आवश्यकता रहे वह बिना किसी झिझक के पुत्री की तरह मेरा सहयोग प्राप्त कर सकती है। थाना प्रभारी द्वारा किए गए इस अनूठे कार्य से जहां ग्राम वासियों में श्री भदौरिया के प्रति प्रेम के भाव स्पष्ट रूप से नजर आ रहे थे, वहीं इस विवाह को लेकर संपूर्ण पुलिस महकमे के अलावा नगर की जनता के दिलों में श्री भदौरिया ने उच्च स्थान बना लिया है।
बच्चों की प्रथम गुरु मां होती है : गोखले
मुरैना। वीर माता जीजाबाई की जयंती के अवसर पर शनिवार को पुलिस परेड मैदान में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाडिय़ों की माताओं का सम्मान किया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार भी किया। उक्त आयोजन में 700 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। यह आयोजन क्रीडा भारती द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में मध्य भारत की महिला समन्वयक डा. संगीता ताई गोखले तथा मुख्य अतिथि के रूप में डीएसपी हैडक्वार्टर सुश्री अंजूलता पटेल उपस्थित थीं। विशिष्ट अतिथि क्रीडा भारती के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक सचेती मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीनिवास शर्मा द्वारा की गई। आयोजन में अन्र्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खिलाडिय़ों की 45 माताओं का सम्मान किया गया।
मुख्य वक्ता डा. संगीता ताई ने कहा कि किसी भी बच्चे के जीवन पर मां का सर्वाधिक प्रभाव रहता है हमारे यहां मां को बच्चे की प्रथम गुरु कहा गया है। इतिहास गवाह है कि भारत में माताओं ने बच्चों को उच्च संस्कारों से संस्कारित किया और उन बच्चों ने अपने कर्म के द्वारा अपना नाम इतिहास में दर्ज कराया है। जिनका नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि जीजाबाई भी ऐसी ही माताओं में से एक थीं, जिन्होंने शिवाजी को राष्ट्रप्रेम की भावनाओं से भर दिया था। वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप, भगत सिंह, राजगुरु, चन्द्रशेखर आजाद, सुखदेव आदि के जीवन में इनकी मां द्वारा दी गई शिक्षा महत्वपूर्ण है। आयोजन के तहत कुल 45 माताओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतिवेदन मनोज तोमर द्वारा पढ़ा गया। इस अवसर पर रामचन्द्र सिंह तोमर, गुरूदीप, ङ्क्षसह रामकरन सिंह तोमर, कुलदीप शर्मा, देवेन्द्र परमार, प्रदीप सिंह सिकरवार, अजय जादौन, मुजफ्फर खांन आदि मौजूद थे।
शिवरात्रि पर चलेगा 24 घंटे जाप
मुरैना/पोरसा। शिव मंदिर माथुर वैश्य धर्मशाला में पं. रामदत्त जी मिश्र आचार्य के सानिध्य में समस्त भक्तजनों द्वारा 24 घंटे ऊँ नम: शिवाय महामंत्र का जाप, रात्रि जागरण, चार प्रहर की पूजा, उपासना का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें समस्त भक्त सपरिवार इष्ट मित्रों सहित जाप में भाग लेकर अपने जीवन में पुण्य लाभ प्राप्त करें।
पं. आचार्य जी का कहना है कि इस बार शिव रात्रि पर्व का नक्षत्र 44 वर्षों बाद पड़ा है। शिवरात्रि के दिन भोले नाथ की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। बेल पत्र, फल, फूल, जल अर्पण करने से ही तीनों लोके के नाथ प्रसन्न हो जाते हैं। भक्त की सभी मनोकामनाऐं पूर्ण करने का वरदान देते हैं। शिव रात्रि के दिन देवों के देव महादेव कैलाश पर्वत से मृत्युलोक का भ्रमण करने आते हैं।
भक्त भोला चौदस को उनकी पूजा अर्चना, उपासना करता है। उसको सुख, समृद्धि, शांति, निरोगी प्रसन्नता का वरदान प्रदान करते हैं। शिव रात्रि को भोले बाबा की पूजा का फल कई गुना मिलता है। इस दिन सभी साधू संत, वैरागी व गृहस्थों को देवों के देव महादेव की पूजा आराधना करनी चाहिए, सभी को मन वांछित फल मिलता है।
महाशिवरात्री पर्व पर नटेश्वर जयन्ती मनाई जायेगी
अखिल भारतीय नट नागर विमुक्त घुमक्कड़ अद्र्ध घुमक्कड़ समाज विकास संगठन मुरैना की ओर से महाशिवरात्री के पावन अवसर पर 17 फरवरी मंगलवार को नटेवर जयंती का आयोजन किया जायेगा। इस मौके पर मुख्य अतिथि नन्दकुमार सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष भाजपा एवं सांसद खंडवा तथा विशेष अतिथि अंर्तराष्ट्रीय सत्य शोधक समाज विकास संगठन अमेरिका तथा समाज सेवी संगठनों के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेंगे।
नटेश्वर भोले नाथ बाबा की झांकी मेला ग्राउण्ड मैदान मुरैना सुबह 10 बजे से इकट्ठा होकर के शहर के मुख्य मार्गों से एमएस रोड नेहरू पार्क गल्र्स स्कूल गोपीनाथ पुलिया हनुमान चौराहा पुराना बस स्टैण्ड गांधी बाल निकेतन पर भोलेनाथ बाबा की झांकी तथा अतिथियों का स्वागत समारोह किया जायेगा इस मौके पर नट नागर समाज की एक पत्रिका विमोचन भी अतिथि महोदय द्वारा किया जायेगा संगठन की ओर से आये हुए अतिथियों का स्वागत नट नागर समाज संगठन तथा सपेरा समाज, लोहपीटा समाज, मोगिया समाज तथा शहर क अन्य गणमान्य नागरिक रहेंगे।
शिवरात्रि को लेकर मंदिरों में तैयारियां आरंभ
शिव व पार्वती के विवाह के अवसर पर मनाया जाने वाला शिवरात्रि का त्यौहार समस्त हिन्दू समाज पूरे उत्साह व श्रद्धा के साथ मनाता है। इस अवसर पर धर्म प्रेमी उपवास रखकर शिव की आराधना करते हैं। नगर के मंदिरों में इस त्यौहार को लेकर रविवार से ही तैयारियां आरंभ हो गई हैं। मंदिर के पुजारी व श्रद्धालु पूरे मनोभाव से शिव मंदिर को सजाने के कार्य में संलग्र हैं।
स्टाम्प पेपर की कमी
मुरैना। स्टाम्प पेपर को लेकर समय-समय पर विवाद उत्पन्न होता रहता है। पूर्व में जब 10 रूपए के स्टाम्प पर एफीडेविट बनते थे, तब बिक्रेताओं के पास अक्सर 10 रूपए के स्टाम्प की कमी रहती थी। वर्तमान में एफीडेविट बनाने के लिए 100 व 50 रूपए के स्टाम्प की आवश्यकता है, तो अब बिक्रेताओं के पास 100 व 50 रूपए के स्टाम्प मौजूद नहीं है।
स्टाम्प बिक्रेताओं के पास जब भी किसी स्टाम्प की मांग बढ़ती है तो अक्सर इन बिक्रेताओं के पास स्टाम्पों की कमी आ जाती है और ये स्टाम्प बिक्रेता जनता की मजबूरी का लाभ उठाते हैं तथा स्टाम्पों को कीमत से अधिक रूपए में बेचकर धन वसूली करते हैं। पूर्व में जब एफीडेविट बनवाने हेतु 10 रूपए के स्टाम्प की आवश्यकता रहती थी, तब 10 रूपए के स्टाम्प की डिमांड सर्वाधिक थी, उस समय स्टाम्प बिक्रेता 10 रूपए का स्टाम्प दुगुनी कीमत तक बेचते देखे जा सकते थे।
वर्तमान समय में जब एफीडेविट 50 व 100 रूपए के स्टाम्प पर बनने लगे तो शासन की नीति कहें अथवा स्टाम्प बिक्रेताओं की मनमानी। बाजार से 100 व 50 रूपए के स्टाम्प पूर्णत: नदारत कर दिए गए हैं। अब आमजन मजबूरी बस 10-10 रूपए के स्टाम्प की मात्राओं से 100 व 50 रूपए के स्टाम्प की पूर्ति कर रहा है।
तहसीलों में भी स्टाम्प के लिए लोग परेशान
जिला मुख्यालय के अलावा जिले के समस्त तहसीलों में भी इस समय स्टाम्प खरीदने के लिए लोग परेशान हैं। उन्हें भी 100 व 50 रूपए के स्टाम्प उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इस बावत जब स्टाम्प बिक्रेताओं से बात की गई तो उनका कहना है कि उन्हें ट्रेजरी से 100 व 50 रूपए के स्टाम्प उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इस बजह से स्टाम्प हम लोगों के पास उपलब्ध नहीं है।
अवैध लोग भी बेच रहे हैं स्टाम्प
स्टाम्प बिक्रेताओं में कुछ ऐसे भी बिक्रेता हैं जो स्टाम्प बेण्डर नहीं हैं और प्रशासन की अनदेखी के चलते ये बिक्रेता धड़ल्ले से स्टाम्प बेच रहे हैं, जबकि नियमानुसार केवल उन्हीं लोगों को स्टाम्प बेचने का अधिकार है, जो शासन द्वारा रजिस्टर्ड स्टाम्प बेण्डर हैं।