- February 7, 2015
स्वाईन फ्लू: मेडिकल कॉलेज प्राचार्य जिला अस्पतालों का दौरा करेंगे
जयपुर -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को सम्बद्घ चिकित्सालयों के साथ ही अपने संभाग के सभी जिला अस्पतालों का निरीक्षण स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिए किये जा रहे कार्याें का अवलोकन करने एवं रोगियों की सुविधा हेतु सभी आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिये है। उन्होंने समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों में स्वाईन फ्लू की दवाईयों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ ने कहा कि स्वाईन फ्लू की स्थिति की विस्तार से समीक्षा कर स्वाईन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही राजकीय चिकित्सा संस्था चिकित्सालयों में आकर चिकित्सकों से ईलाज करवाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि स्वाईन फ्लू के कारण पांच मई तक हुयी 73 मृत्युओं में से 46 मृत्यु अस्पताल में भर्ती होने के बाद 2 दिन में ही हो गयी। इनमें से 13 व्यक्तियों की मृत्यु तो अस्पताल में लाते ही उसी दिन 19 की एक दिन की अवधि में एवं 14 की दो दिन की अवधि में ही मृत्यु हुयी।
उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार गंभीर स्थिति होने से पूर्व ही चिकित्सालय में आने पर स्वाईन फ्लू के कारण होने वाली मौतों से बचा जा सकता है। तथ्यों के विश्लेषण के अनुसार 73 मृत्युओं में से 5 वर्ष तक की आयु का 1, छह से 15 वर्ष का 1, सोलह से 25 वर्ष के 5, छब्बीस से 50 वर्ष के 44, इक्यावन से 64 वर्ष के 18 एवं पैंसठ वर्ष से अधिक आयु के 4 व्यक्ति शामिल हैं। इनमें 37 पुरुष व 36 महिलायें हैं एवं 53 की राजकीय चिकित्सालयों एवं 20 की निजी चिकित्सालयों में मृत्यु हुयी है।
पांच लाख टेमीफ्लू की ओर हुयी आपूर्ति
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी चिकित्सा केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में स्वाईन फ्लू के ईलाज के लिए टेमीफ्लू की गोलियां उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को प्राप्त गोलियों में से जयपुर-प्रथम को 80 हजार 200, कोटा 23 हजार 300, अजमेर, भीलवाड़ा, जोधपुर एवं उदयपुर को 22 हजार 900, नागौर, पाली, अलवर व बूंदी को 17 हजार 900, बीकानेर को 13 हजार, झालावाड़ को 13 हजार 900, भरतपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, सिरोही व प्रतापगढ़ को 12900, बाडमेर व राजसामंद को 10 हजार, धोलपुर, दोसा, झुंझुनू, सीकर व बारां 7 हजार 900, बांसवाड़ा व डूंगरपुर को 5-5 हजार सहित कुल 5 लाख गोलियां पहुंचायी जा रही हैं।