- January 14, 2015
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रदान करने वाली हो शिक्षण सामग्री
जयपुर – शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को शिक्षा संकुल में राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा शारीरिक शिक्षा एवं कला शिक्षा के संबंध में तैयार पुस्तकों के बारे में जानकारी ली। उन्होंन एसआईआरटी, उदयपुर के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने यहां से तैयार शिक्षकों की संदर्शिकाओं को तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे कि उनसे बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास हो। उन्होंने चरित्र निर्माण के साथ भारतीय संस्कृति की शिक्षा से संबंधित पाठ्यक्रमों का विकास किए जाने पर भी जोर दिया।
प्रो. देवनानी ने दो वर्षीय डीपीएड पाठ्यक्रम के निर्माण के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि इसमें स्वास्थ्य शिक्षा एवं शारीरिक शिक्षा के साथ ही योग पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों के अलावा सह शैक्षिक कार्यक्रम तथा उत्सव एवं आयोजन, पीटी, मार्चपास्ट आदि को भी ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम निर्धारण के आधार तय करने की बात कही।
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारियों ने इस दौरान दो वर्षीय डीपीएड पाठ्यक्रम के प्रायोगिक एवं अभ्यास अध्यापन और अंककाकन के बारे में भी प्रस्तुतिकरण दिया।
प्रस्तुतिकरण के अंतर्गत शिक्षा राज्य मंत्री को जब विद्यालयों में कला शिक्षा के अंतर्गत दिए जाने वाले ज्ञान के बारे में जानकारी दी गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि विद्यार्थियों को विभिन्न कलात्मक गतिविधियों के माध्यम से जीवन मूल्यों के साथ संस्कार निर्माण की शिक्षा कैसे दी जाए, इस पर भी विचार किया जाए। उन्होंनेे कला शिक्षा के अंतर्गत कक्षा एक से पांच तथा 6 से आठ तक अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को संदर्शिका के आधार पर प्रशिक्षित किए जाने के लिए तैयार मार्गदर्शिका का भी अवलोकन किया।
शिक्षा राज्य मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि एसआईआरटी द्वारा तैयार की जाने शिक्षण सामग्री विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण में सहायक हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षण पुस्तकों में महापुरूषों और आदर्श चरित्रों का समावेश किया जाए ताकि विद्यार्थी आत्म गौरव की शिक्षा प्राप्त कर सके।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव प्रारंभिक शिक्षा श्री पी.के. गोयल ने विद्यालयों में शिक्षण पुस्तकों को तैयार किए जाने के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही के बारे में जानकारी दी। बैठक में शाासन सचिव, माध्यमिक शिक्षा श्री नरेशपाल गंगवाल, उप शासन सचिव श्री दीप प्रकाश माथुर, एसआईआरटी के निदेशक श्री प्रदीप पानेरी तथा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
—