- January 1, 2015
पुलिस की प्राथमिकताएं : ”अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास’
जयपुर- राजस्थान पुलिस का ध्येय वाक्य ”अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पुलिस महानिदेशक, श्री ओमेन्द्र भारद्वाज द्वारा राजस्थान पुलिस की वर्ष 2015 के लिए प्राथमिकताऐं निर्धारित कर दी गई है।
इस वर्ष प्राथमिकताओं का निर्धारण पहली बार दो श्रेणियों में किया गया है, जिनमें प्रथम श्रेणी में ”अपराध नियन्त्रण सम्बन्धी प्राथमिकताओं’ को रखा गया है, जबकि दूसरी श्रेणी में अपराध नियन्त्रण तथा कानून एवं व्यवस्था को बनाये रखने में पुलिस को सक्षम एवं सुदृृढ़ बनाने के लिए ”प्रशासनिक प्राथमिकताओं’ का निर्धारण किया गया है ।
वर्ष 2015 के लिए ”अपराध नियन्त्रण प्राथमिकताऐं’ इस प्रकार रहेगी :-
हार्डकोर अपराधियों का निष्प्रभावीकरण
सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश ।
मानव तस्करी की रोकथाम ।
महिला सुरक्षा के लिए बहुआयामी कार्य योजना का क्रियान्वयन ।
जन सहभागिता के माध्यम से अपराध नियन्त्रण ।
इसी प्रकार अपराध नियन्त्रण तथा कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को और अधिक सक्षम एवं सुदृृढ़ करने के लिए निम्नलिखित ”प्रशासनिक प्राथमिकताएं’ निर्धारित की गई हैं :-
पुलिस लाईन प्रशासन का सुदृृढ़ीकरण ।
पुलिस प्रशिक्षण क्षमता का विस्तार एवं उन्नयन ।
थाना प्रशासन का सुदृृढ़ीकरण ।
आपराधिक आसूचना संकलन में सुधार ।
संगठित अपराधियों के डेटा बेस का प्रभावी उपयोग ।
श्री भारद्वाज ने सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये हैैं कि इन सभी प्राथमिकताओं को जिला एवं राज्य स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए एक विस्तृृत कार्ययोजना तैयार की जावे ।
पुलिस महानिदेशक ने विश्वास जताया कि उक्त प्राथमिकताओं तथा इनसे सम्बन्धित विस्तृृत कार्ययोजना के निर्धारण से निश्चित रूप से जिला एवं रेंज स्तरीय अधिकारियों को अपराध नियन्त्रण तथा कानून एवं व्यवस्था के क्षेत्र में एक स्पष्ट दिशा मिलेगी तथा राजस्थान पुलिस का ध्येय वाक्य ”अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास’ की प्राप्ति सुलभ होगी ।
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