- December 19, 2014
सीएमएचओ को चमेड़ी उधेड़ने, बाल काटने और जूते मारने की धमकी : फिर माफी मांगी – विधायक प्रह्लाद गुंजल
कोटा। राजस्थान के कोटा में बीजेपी विधायक ने एक सीएमएचओ को इतना धमकाया कि उसने नौकरी छोड़ दी। धमकाने वाले विधायक का नाम प्रह्लाद गुंजल है, जो कोटा उत्तरी सीट से बीजेपी विधायक है। बीजेपी विधायक प्रह्लाद गुंजल पर आरोप है कि उन्होंने अपने नजदीकी एक मेल नर्स विनोद मौर्य को पसंदीदा जगह पर लगाने पर सीएमएचओ डॉ. आर.एन यादव को फोन कर धमकाया।
प्रह्लाद गुंजल ने सीएमएचओ को धमकाया कि अगर मेल नर्स का ट्रांसफर उनके कहे अनुसार नहीं किया तो ऐसा खौफ पैदा कर दूंगा कि बच्चों को रात में नींद नहीं आएगी। विधायक ने चमेड़ी उधेड़ने और दफ्तर में आकर बाल काटने और जूते मारने की धमकी दी।
पीड़ित सीएमएचओ डॉ. आर.एन.यादव ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। यादव के साथ ही दो डिप्टी सीएमएचओ ने भी इस्तीफा दे दिया। पीड़ित सीएमएचओ ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराकर एफआईआर दर्ज करने की कवायद शुरु कर दी। वहीं, विधायक की दबंगई से नाराज शहर के डॉक्टरों ने 20 दिसंबर को सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा कर दी है और स्टेच्यू लिबर्टी पर कैंडल मार्च भी किया। इस मामले पर बीजेपी ने भी संज्ञान लेते हुए विधायक से 5 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। जिसके बाद गुंजल ने सीएम से पत्र लिखकर माफी मांगी।
चर्चित रही है गुंजल की दबंगई
इस पूरे घटनाक्रम से कोटा ही नहीं पूरे प्रदेश में बीजेपी की खासी किरकिरी हो रही हैं। गुर्जर आंदोलन के दौरान अपनी ही सरकार के खिलाफ जाने के बाद वसुंधरा राजे की पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में प्रहलाद गुंजल को पार्टी से निकाल दिया गया था। इस बार के विधानसभा चुनावों में पार्टी में उनकी वापसी हुयी और गुंजल कोटा उत्तर से चुनाव भी जीते। लेकिन बीते एक सालों में ही गुंजल कई बार बड़ा बखेड़ा कर चुके हैं।
उन पर इसी साल अप्रैल में ही दर्जनों समर्थकों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कार्यालय पहुंचकर हंगामे का आरोप है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ एनएचएआई कर्मचारियों को जबरन बाहर निकालकर ऑफिस पर ताले जड़ दिये थे। इस मामले में भी शिकायतें आलाकमान तक गयी और नौबत गुंजल के खिलाफ मुकदमे तक की आ गयी थीं, जिसमें एनएचएआई के चेयरमैन ने सीएम को पत्र लिखकर पूरे राज्य से बोरिया बिस्तर बांधने की चेतावनी भी दी थी।
यही नहीं, गुंजल लोकसभा चुनाव में कुछ पुलिस अफसरों का बोरिया-बिस्तर गोल कराने की सार्वजनिक धमकियां दे चुके थे और हाल में हुये नगरनिगम चुनावों में भी गुंजल समर्थकों पर अपनी ही पार्टी के विधायक भवानी सिंह पर धक्कामुक्की करने के आरोप लगे थे। इतना ही नहीं मुंजल ने डिप्टी मेयर पद के बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी के सामने अपना बागी प्रत्याशी तक उतार दिया था। जिसके लिए वो पार्टी से निकाले भी गए थे।