- December 18, 2014
बेटियों के बिना समाज की कल्पना अधूरी / 3 माह में 11 लाख डकारे / कागजों पर तालाब
दिनेश मुरैना / पोरसा। अल्प संख्यक कल्याण समिति द्वारा बेटी बचाओ अभियान विषय पर कार्यक्रम का आयोजन जेडी कॉन्वेंट हाई स्कूल पोरसा पर किया गया। कार्यक्रम में प्रश्नोतरी एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दिनेश उमरैया जिला समन्वयक मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद मुरैना, विशिष्ट अतिथि सतीश सिंह तोमर ब्लॉक समन्वयक मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद पोरसा व अध्यक्षता नत्थीलाल राठौर संचालक जेडी कॉन्वेंट हाई स्कूल की। कार्यक्रम में सर्वप्रथम बेटी बचाओ विषय पर आधारित प्रश्नोतरी प्रतियोगिता कराई गई। जिसमें लगभग 100 बच्चों ने भाग लिया।
अंधेर नगरी, चौपट राजा -3 माह में 11 लाख डकारे
मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा ) अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली कहावत मुरैना जिले में इस समय चरितार्थ हो रही है, जहां सचिव व सरपंच अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए सरकारी खजाने को दीमक की तरह चांट रहे हैं। अम्बाह जनपद की ग्राम पंचायत चांदपुर में 3 माह के अंदर कोई निर्माण कार्य तो नहीं हुआ, परंतु सरकारी खजाने से 11 लाख रूपए का भुगतान प्राप्त कर लिया गया है। यह सिलसिला यहीं नहीं थमा और आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद सरपंच व सचिव सरकारी खजाने को बैक डेट के चैक काटकर लूटने लगे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चांदपुर की महिला सरपंच का भतीजा रामोतार शर्मा जोकि भाजपा का कार्यकर्ता भी है, उसके द्वारा पूर्ण रूपेण सरपंची का लाभ लेते हुए नियम कानूनों को तोड़ते हुए तमाम अनियमितताएं बरती जा रही हैं। बताया जाता है कि माह सितम्बर से लेकर नवम्बर 2014 तक गांव में शौचालय, टीनशैड एवं अन्य निर्माण कार्यों के नाम पर 11 लाख रूपए की राशि डकार ली गई। यही नहीं सांसद व विधायक निधि से पंचायत के लिए टैंकर खरीदने हेतु राशि मंजूर की गई तथा राशि तो निकाल ली गई, परंतु पंचायत को टैंकर प्राप्त नहीं हुए। इस प्रकार की अनियमितताएं चांदपुर ग्राम पंचायत में बरती गईं हैं और जनपद पंचायत सीईओ मूकदर्शक बने रहे।
विगत दिवस चांदपुर पंचायत के सचिव रामकरण सिंह कुशवाह और महिला सरपंच के भतीजे भाजपा नेता रामोतार शर्मा द्वारा जनपद के बाहर बैठकर बैक डेट में चैक काटे गए, जब इसकी भनक सीईओ को लगी तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और जब सचिव व सरपंच का भतीजा चैक और प्रस्ताव लेकर सीईओ के पास पहुंचे तो सीईओ ने उन्हें ऑफिस से भगा दिया, साथ ही सीईओ ने बाद में एक लेटर भी जारी किया, जिसमें पंचायत खातों से कोई भुगतान न किए जाने की बात कही गई है।
मामले को गोलमोल करने की कवायद
बैक डेट में चैक काटने का मामला सुर्खियों में आते ही ग्राम पंचायत चांदपुर के सरपंच व सचिव भयभीत हो गए हैं। मजे की बात यह है कि इस मामले में सचिव द्वारा उन्हें फटकार तो लगा दी गई, लेकिन अब मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है तथा बैक डेट में चैक काटने वाले सचिव को ही सीईओ द्वारा पत्र लिखकर जानकारी चाही गई है, जो गले नहीं उतर रही। क्या धांधली करने वाला व्यक्ति अपने को चोर कहेगा ?
इनका कहना है…
बैक डेट में चैक काटने का मामला संज्ञान में आया था, इसके लिए सचिव को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है।
श्याममोहन श्रीवास्तव, सीईओ जनपद पंचायत अम्बाह
50 बाइकों पर जंगलों में दौड़े 100 जवान
मुरैना। जिले की सीमा में बाहर के बदमाशों के प्रवेश व वारदात कर राजस्थान की सीमा में भागने वाले बदमाशों को रोकने के लिए आईजी चम्बल रेंज द्वारा मध्यप्रदेश व राजस्थान के चम्बल नदी के सभी घाटों का दौरा किया गया तथा दो दिन के लिए 50 बाइकों पर 100 पुलिस जवानों को पहाडग़ढ़ के जंगलों में सर्चिंग के लिए दौड़ाया गया।
आईजी चम्बल रूपसिंह मीणा गुरूवार की दोपहर एएसपी मुरैना रघुवंश भदौरिया, एएसपी श्योपुर, एसडीओपी कैलारस, सबलगढ़ व विजयपुर के साथ पहाडग़ढ़ के जंगलों को देखते हुए मध्यप्रदेश व राजस्थान को जोडऩे वाली चम्बल नदी की सीमा पर पहुंचे तथा वहां के घाटों को देखकर बदमाशों की नाके बंदी करने के निर्देश दिए। आईजी श्री मीणा ने अधिकारियों को कहा कि पशु चोरी एवं लूटपाट की अन्य घटनाओं को रोकने के लिए सीमाओं पर चौकसी आवश्यक है। उन्होंने मौके पर 100 जवानों को बुलाया और 50 बाइक तैयार कराकर 100 जवान जिसमें एक बाइक पर दो सशस्त्र जवान दो दिन तक पहाडग़ढ़ के जंगलों में सर्चिंग करेंगे तथा इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
मैनेजर की रिहाई को लेकर कवायद
विगत दिनों शिवपुरी से अपहृत हुए मार्केटिंग मैनेजर जयपाल खलकू की पतारसी के लिए चम्बल अंचल की पुलिस पूरी ताकत से बदमाशों की खोजबी में लगी हुई है, परंतु अभी तक कुछ हांसिल नहीं हुआ है। इसी के चलते आईजी चम्बल द्वारा पहाडग़ढ़ के जंगलों व चम्बल नदी के घाटों पर नाकेबंदी व सर्चिंग कराई जा रही है।
इन घाटों पर रहेगी चौकसी
आईजी श्री मीणा ने मौके पर उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि चम्बल नदी के सभाघाट, सती मंदिर सरसेनी वाला घाट, सेवर घाट, पाली , अटार, कलार, रघु, बयाना, बटेश्वरा आदि घाटों पर चौकसी के निर्देश दिए हैं, साथ ही सभी एसडीओपी को इसकी मॉनीटरिंग व वीडियों रिकार्डिंग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
वैट- कर का विरोध
मुरैना। प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा डीजल व पेट्रोल पर अनावश्यक बढ़ाए गए वैटकर के विरोध में कांग्रेस कल 20 दिसम्बर को कलेक्ट्रेट मुरैना पर प्रदर्शन करेगी। उक्त जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता राजेन्द्र यादव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी कमी होने के कारण डीजल व पेट्रोल की कीमत 50 रूपए से भी कम होनी चाहिए, लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार ने डीजल व पेट्रोल पर बहुत ही कम दाम घटाये हैं, इससे आम जनता को महंगे दामों में डीजल व पेट्रोल खरीदना पड़ रहा है। श्री यादव ने कहा कि डीजल व पेट्रोल पर भाजपा की प्रदेश सरकार ने 4 फीसदी वैटकर लगाकर डीजल व पेट्रोल और महंगे कर दिये हैं।
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पहले से ही देश के सभी राज्यों की तुलना में डीजल व पेट्रोल, गैस सिलेण्डर सहित आम आदमी के दैनिक उपयोग में आने वाली बस्तुओं से भारी वैटकर वसूल कर रही है और अब डीजल व पेट्रोल पर प्रदेश सरकार के वैटकर बढ़ाये जाने से मध्यप्रदेश में इनकी कीमतों में और अधिक बढ़ोत्तरी हो गई है।
जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा कल 20 दिसम्बर शनिवार को सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट मुरैना पर जंगी प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा। इससे पहले सभी कांग्रेस जन नगर पालिका मुरैना पर सुबह 10:30 बजे एकत्रित होंगे। तत्पश्चात नगर पालिका से भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट मुरैना पर पहुंचकर प्रदर्शन आंदोलन करेंगे। आंदोलन का नेतृत्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश मावई करेंगे।
कागजों पर तालाब निर्माण
जौरा। जनपद पंचायत जौरा की ग्राम पंचायत धमकन के ग्रामिणों ने कलैक्टर को दिये आवेदन में बताया है कि सरपंच सचिव ने आला अधिकारियों से मिल जुल कर माहात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत तालाब निर्माण की तीन लाख नौ सौ साठ रूपये की राशि का गबन किया है।
गांव वालों को कहना है कि ग्राम पंचायत में किसी भी जगह पर तालाब नही बनाया गया है जबकि कागजों में तालाब को पथरिया धमकन में फर्जी मजदूरों को काम करना दर्शाकर सैकडों मजदूरों की मस्ट्रोल में फर्जी हाजिरी भर तालाब की राशि का गबन किया गया है। दिनांक 3 जून 2012 को तीन लाख नौ सौ साठ रूपये की स्वीकृति हुआ उपरोक्त इसे दिनांक 3 जुलाई 2012 को तालाब निर्माण कार्य सिर्फ कागजों में ही पूर्ण होना दर्शाकर सरपंच सचिव ने राशि निकाल कर बंदरबाट करलिया।
शिकायत कर्ताओं ने मुख्यमंत्री सहित जिला सीईओ जनपद सीईओ एसडीएम जौरा को भी शिकायत दर्ज कराई, लिहाजा कोई कार्यवाही नही होने से फर्जी रूप से मजदूरी दर्शाने वाले मजदूरों ने धरना प्रदर्शन करने की बात कही है। इतना ही नही बल्कि ग्वालियर संैट्रल जेल में तीन साल से बंद कैदी भरत पुत्र देवीलाल रावत एवं मृत लोगों के नाम से भी सरपंच सचिव ने मस्टर में हाजिरी दर्शा कर तालाब निर्माण कार्य कराना कागजों में बताया गया है।
पंचायतों पर कार्यवाही सन्देह के घेरे में
उल्लेखनीय है कि पंचायतों में हुये फर्जी वाडे में अधिकारियों की मिली भगत शामिल होने से की आशंका के चलते शिकायतों को ठंडे बस्ते में डालदिया जाता है इस बजह से कार्यवाही नही होना संदेह के घेरे में है। दिनांक 25 नवम्बर 2014 को कलैक्टर द्वारा जौरा एसडीएम को कार्यवाही करने के निर्देश जारी करने के बाद भी अब तक कार्यवाही नहीं होने से यही माना जा रहा है कि भृष्टाचार में लिप्त लोगों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है।
इनका कहना है
हमे धमकन ग्राम पं. तालाब नही बनाए जाने की शिकायत प्राप्त हुई है इस कारण हमने जांच करने हेतु टीम गठित की गई है।
आशीष कुमार, सीईओ जिला पंचायत मुरैना