- December 12, 2014
बरसों पुरानी पेयजल समस्याओं का समाधान
जयपुर – जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी द्वारा संभाग स्तरीय बैठकों के माध्यम से पेयजल प्रबन्धन की जमीनी हकीकत को जानने तथा पेयजल समस्याओं के ठोस एवं निर्णायक समाधान की दृष्टि से की गई पहल कोटा में भी रंग लायी।
जलदाय मंत्री द्वारा कोटा के टैगोर हॉल में गुरुवार को ली गई संभाग स्तरीय पेयजल समीक्षा बैठक ने कई पुरानी और नई समस्याओं के समाधान की राह दिखायी वहीं पेयजल प्रबन्धन को मजबूती देने तथा शहरों एवं गांवों में आम लोगों को पीने का पानी मुहैया कराने की योजनाओं को भी गति मिली।
हर क्षेत्र की पेयजल समस्या को सुना
जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कोटा संभाग के विधायकों, जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों आदि की मौजूदगी में लम्बी बैठक ली और एक-एक क्षेत्र की समस्या को तसल्ली से सुना तथा इस पर विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर हाथों हाथ कार्यवाही के निर्देश दिए। वहीं कई योजनाओं पर सिद्घान्तत: सहमति देते हुए प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
दिए व्यापक दिशा-निर्देश
इस दौरान श्रीमती माहेश्वरी ने पेयजल समस्याओं के समाधान के साथ ही पेयजल की भावी जरूरतों, शुद्घ पेयजल मुहैया कराने के लिए ऐहतियाती उपायों, आगामी वर्षों की पेयजल आवश्यकताओं को देखते हुए पेयजल उपलब्धता के लिए स्रोतों का आकलन करने और स्वीकृतिशुदा योजनाओं का काम पूरी गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने, पुरानी पाईप लाईनें बदलने, अधिकारियों एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की जांच समिति बनाकर जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल से संबंधित जरूरतों पर सर्वे के उपरान्त जहां जरूरत होगी वहां पर्याप्त धनराशि की व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में विधायक श्री भवानी सिंह राजावत, श्री प्रहलाद गुंजल, श्रीमती चन्द्रकांता मेघवाल, श्री विद्याशंकर नन्दवाना, श्री संदीप शर्मा, श्री हीरा लाल नागर, श्री अशोक डोगरा, श्री रामपाल यादव, श्री ललित मीणा, श्री नरेन्द्र नागर, श्री रामचन्द्र सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं के सुदृढीकरण की ओर ध्यान आकृष्ट किया। बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती मधुकंवर हाड़ा, प्रमुख शासन सचिव श्री ओपी सैनी, संभागीय आयुक्त श्री ओंकारसिंह, जिला कलक्टर श्री जोगाराम सहित जलदाय एवं भूजल विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
सतही पानी पर जोर
जलदाय मंत्री ने हाड़ौती अंचल में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध सतही जल को गांवों व शहरों में पहुंचाकर पेयजल सुविधाओं से विस्तार की सभी संभावनाओं को आकार देने की आवश्यकता जताई और कहा कि इससे फ्लोराईड़ की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। इसके लिए स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने दिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश
बैठक में कोटा एवं बूंदी जिले के प्रभारी एवं परिवहन राज्य मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा ने हाड़ौती अंचल के समग्र विकास के लिए सभी को मिलजुलकर आत्मीय भागीदारी से आगे आने का आह्वान किया। श्री वर्मा ने जलदाय अधिकारियों से कहा कि वे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं के प्रस्ताव बनाने में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतें।
कॉल सेंटर का उपयोग करें
जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजस्थान में पेयजल समस्या समाधान के लिए कॉल सेंटर का उपयोग करने का आग्रह किया और बताया कि इसके लिए 1800 1806 088 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पन्द्रह तारीख से हैण्डपंप मरम्मत अभियान चलाया जाएगा ताकि ग्रीष्मकाल से पूर्व ही पेयजल समस्या का प्रभावी समाधान हो जाए। इसमें गांवों और शहरों में सभी प्रकार के हैण्डपंपों की मरम्मत की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा उपस्वास्थ्य केन्द्रों में जरूरत के आधार पर नवीन हैण्डपंप स्थापित करने के प्रस्ताव भी भिजवाये जायें।
सेवा भावना से निभाएं दायित्व
श्रीमती माहेश्वरी ने जलदाय अधिकारियों ने क्षेत्र तथा जनता की मांग के अनुरूप पेयजल की जरूरतों व आगामी वर्षों तक की भावी आवश्यकताओं के मद्देनजर पेयजल योजनाओं के ठोस प्रस्ताव बनाकर पेश करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी मानवीय संवेदनाओं व जनता की सेवा की भावना से गंभीरतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
जलदाय मंत्री ने विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों से कहा कि वे पेयजल से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन पर निगाह रखें, पूरी जागरुकता के साथ सतत मॉनिटरिंग करते रहें।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आरंभिक स्तर पर ही पेयजल समस्याओं के निर्णायक समाधान की आदत डालें, सप्ताह में कम से कम तीन दिन सभी स्तरों के अभियन्ता और अधिकारी खुद क्षेत्र में जाएं, पेयजल प्रबन्धन को देखें तथा जनता की तकलीफों का मौके पर ही समाधान करने की आदत डालें।
जलदाय मंत्री ने रेबारपुरा-पचीपला का दौरा किया
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने गुरुवार को परिवहन राज्यमंत्री बाबूलाल वर्मा के साथ बूंदी के पास फ्लोराईड प्रभावित रेबारपुरा व पचीपला आदि क्षेत्रों का दौरा किया और पेयजल की स्थितियों का जायजा लिया।
जलदाय मंत्री ने वहां ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों से चर्चा की और पेयजल समस्या के कारणों को जाना। स्थानीय सरपंच धमा बाई एवं क्षेत्रीय ग्रामीणों ने फ्लोराईड युक्त व खारे पानी की समस्या से अवगत कराया ।
जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने मेज नदी पर झालीजी का बराना के निकट एनिकट बनाकर शुद्घ पेयजल मुहैया कराने के लिए 70 करोड़ रुपए धनराशि की पेयजल परियोजना मंजूर की। इससे केशोरायपाटन एवं इन्द्रगढ़ तहसील क्षेत्र के सत्तर से अधिक गांवों को फ्लोराईड़ मुक्त पेयजल मुहैया हो सकेगा। इसी प्रकार क्षेत्र में काफी समय से बंद पड़ी रेबारपुरा एवं पचीपला जनता जल योजना को सात दिन में चालु करने के निर्देश दिए। इसके लिए ननी ट्यूबवैल स्थापित करने, खराब मोटरों की दुरस्ती तथा पाईप लाईन को व्यवस्थित कर कर शुद्घ पानी पहुंचाने के निर्देश दिए।
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