• December 4, 2014

सार्वजनिक उपक्रमों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में शौचालय – शिक्षा राज्यमंत्री

सार्वजनिक उपक्रमों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों  के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में शौचालय  – शिक्षा राज्यमंत्री

जयपुर – शिक्षा राज्य मंत्री प्रो.वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री की ”स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान’ घोषणा के क्रम में राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक शौचालय निर्माण कराए जायेंगे।

राज्य में ऐसे विद्यालय जिनमें पर्याप्त शौचालय का अभाव है उनमें वित्तीय वर्ष- 2014-15 के दौरान राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान एवं सर्वशिक्षा अभियान के तहत कुल 2 हजार 858 विद्यालयों में शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। राजकीय उपक्रमों द्वारा भी एक हजार 812 विद्यालयों में शौचालय के निर्माण कार्य हेतु सहमति दी गयी है। राज्य के शेष 3 हजार 56 विद्यालयों जिनमें शौचालय उपलब्ध नहीं है, उनकी सूची शौचालय की ड्राइंग, तकमीना आदि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद एवं सर्वशिक्षा अभियान की वेबसाइट पर प्रकाशित कर भामाशाहों/राजकीय उपक्रमों/कार्पोरेट सेक्टर से सहयोग की अपील की गई है।

उन्होंने बताया कि राज्य के राजकीय विद्यालयों में शौचालय निर्माण हेतु राजकीय उपक्रमों/कार्पोरेट सेक्टर से सहयोग प्राप्त करने के लिए 5 दिसम्बर को राजकीय उपक्रमों/कार्पोरेट सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा संकुल में बैठक आयोजित की जा रही है।

शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि राज्य के सभी विद्यालयों में शौचालयों के नियमित रख रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के सभी 74 हजार 892 विद्यालयों में 5 हजार रुपये प्रति विद्यालय कुल राशि रुपये 37.44 करोड़ पृथक से उपलब्ध कराये गये हैं।  शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में सभी विद्यालयों में उपलब्ध विद्यालय विकास कोष/छात्र कोष से शौचालयों का निर्माण, मरम्मत, रख रखाव एवं सफाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश जारी किये गये हैं।

उन्होंने बताया कि विद्यालयों में शौचालय निर्माण के लिए राजकीय उपक्रमों/ कार्पोरेट/भामाशाहों से सहयोग लेने के लिए जिला कलेक्टरों को भी बैठक आयोजित करने के निर्देश जारी किये गये हैं। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि आगामी शैक्षणिक सत्र से पूर्व राज्य के समस्त राजकीय विद्यालयों में बालक एवं बालिकाओं के लिए पृथक-पृथक शौचालय सुविधा उपलब्ध कराई जाये।

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