• December 2, 2014

प्राधिकरण के तत्वावधान में 100 से अधिक मामलों पर राष्ट्रीय लोक अदालत की मुहर

प्राधिकरण के तत्वावधान में 100 से अधिक मामलों पर राष्ट्रीय लोक अदालत की मुहर

 प्रतापगढ़/02 दिसम्बर 2014 – राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण,जयपुर के निर्देशानुसार 01 से 06 दिसम्बर 2014 तक अनवरत रूप से आयोजित किये जा रहे राष्ट्रीय लोक अदालत सप्ताह  के सफल क्रियान्वयन के तहत प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश-पवन एन.चन्द्र एवं लोक अदालत के सदस्य सुनील मेहता के सहयोगात्मक रवैये के चलते मुकदमा दायर करने से पूर्व एक बार मिल तो ले कि तर्ज पर बैंक आॅफ बडौदा के बैंक ऋण वसूली मामलों की लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसके तहत प्रि-लिटीगेशन स्टेज के 22 मामलों में 10 लाख से अधिक राशि के राजीनामा तय होकर अन्तिम निस्तारण की मुहर लगी।  4

प्रतापगढ़ जिले में स्थित सभी न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत की भावना से उपस्थित आये पक्षकारान व अभिभाषकगण ने भी विवादों का निपटारा कराने में रूचि दिखाई जिसके चलते 100 से अधिक मामलों पर राष्ट्रीय लोक अदालत की मुहर एक दिन में ही लग पाई।

आम जन को सस्ता शीघ्र एवं सुलभ न्याय दिलाने की सकारात्मक सोच के साथ आज की लोक अदालत में बडे ही आत्मीयता से एवं सहज भाव से पीड़ित पक्षकारों के बीच प्रि-लिटीगेशन स्टेज के मामलों में समझौता वार्ता के माध्यम से  निस्तारण की कड़ी बनते हुए एवं लोक अदालत की भावना ’लोक अदालत की ऐसी धारा न कोई जीता न कोई हारा समझाते हुए मामलों की क्रमवार सुनवाई करते हुए मामलों में राजीनामा की मुहर लगी।

आज की लोक अदालत में बैंक आफ बडौदा शाखा प्रतापगढ़ के शाखा प्रबन्धक के.सी. शर्मा ,जिला अग्रणी प्रबन्धक-जंगपानी ,दलोटशाखा प्रबन्धक-राजेन्द्र शर्मा, चूपना शाखा प्रबन्धक-कुलदीप चैहान, गौरव पाण्डे, अविनाश ,एम.एम.कुरैशी, कला आर्य, आशुतोष जोशी, शिवराम गुर्जर, जसपाल आंजना-इत्यादि कई अभिभाषकगण सहित कई पीड़ित पक्षकारान ने भी अपने सहयोगात्मक रवैये के चलते राजीनामा  के माध्यम से मामलों के निस्तारण में कोई कसर नहीं छोड़ी।

लोक अदालत के अन्त में लोक अदालत के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अभिभाषकगण,पक्षकारान का आभार व्यक्त किया।
कवरेज फोटो भी है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,
प्रतापगढ़(राज.)

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply