- November 28, 2014
चीफ इंजीनियर यादव सिंह: अरबों रुपये का प्लॉट घोटाला: 40 फर्जी कंपनियां:
नोएडा। इनकम टैक्स ने नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर यादव सिंह के 20 ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में अरबों रुपये का प्लॉट घोटाला और करोड़ों की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली में यादव सिंह के 20 ठिकानों पर आयकर विभाग की 20 टीमों ने एक साथ छापा मारा। ये छापे यादव सिंह के घर, उसके सहयोगियों के घर के साथ साथ मेकॉन इन्फ्रा और मीनू क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तरों में मारे गए। छापे में 13 लॉकर पाए गए हैं जिन्हें सील कर दिया गया है।
आयकर विभाग के मुताबिक अब तक की कार्रवाई में बेनामी संपत्तियों और प्रापर्टी डीलिंग के कागजात मिले हैं। यूपी में बीएसपी की सरकार के दौरान नोएडा के सभी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को हरी झंडी देने का जिम्मा यादव सिंह के पास ही था। आयकर विभाग की चार्जशीट के मुताबिक दिसंबर 2011 में महज 8 दिन के भीतर यादव सिंह ने 954 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों को हरी झंडी दिखाई थी।
2012 में जब अखिलेश सरकार सत्ता में आई तो वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में यादव सिंह को निलंबित कर दिया गया। लेकिन 2013 में उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया। आयकर विभाग के मुताबिक यादव सिंह ने अपने करीबियों की मदद से 40 फर्जी कंपनियां बनाईं और उनके आधार पर नोएडा अथॉरिटी के सैकड़ों प्लॉट खरीदे। और बाद में दूसरी कंपनियों को बेच दिया।