- November 25, 2014
भारत और स्वीडन ने स्वास्थ्य क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग
नई दिल्ली – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा ने कहा है कि भारत सरकार सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि आवश्यक दवाओं तक सभी की पहुंच हो तथा गरीब वंचित एवं हाशिये पर रह रहे समुदायों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जायेगा।
श्री नड्डा ने भारत और स्वीडन के बीच आपसी समझौते के पांच वर्ष पूरा होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आज यहां कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में काफी इजाफा हुआ है और वह इन संबंधों को अधिक मजबूत करने के लिए आशान्वित है। भारत और स्वीडन के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग से शोध एवं नवाचार तकनीक के बीच व्याप्त अंतर को भरा जा सकेगा और सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जन स्वास्थ्य, शोध एवं विकास, किशोर, मानसिक स्वास्थ्य एवं तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के तहत उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
श्री नड्डा ने मेक इन इंडिया ब्रांड पर जोर देते हुए कहा कि भारत में शोध एवं विकास तथा नवाचार स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में निवेश के लिए स्वीडन की कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने स्वीडन से आये प्रतिनिधिमंडल को नेशनल हेल्थ एंश्योरेंस मिशन के महत्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया और देश में स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में विनियामक प्राधिकरणों को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता की जानकारी दी।
इस अवसर पर श्री गेब्रियल विल्कस्ट्रोम, स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री, स्वीडन सरकार, श्री लव वर्मा, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, भारत सरकार और भारत में स्वीडन के राजदूत श्री हेराल्ड सेनबर्ग भी उपस्थित थे।
श्री विल्कस्ट्रोम ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के चलते जो उपलब्धियों हासिल की गई हैं वे स्वास्थ्य देखभाल तथा आपसी संबंधों को मजबूत करने की दोनों देशों की गहरी प्रतिबद्धता का परिचायक है। इसमें दोनों देशों की राजनयिक प्रतिबद्धता तथा इससे जुडे सभी लोगों की सक्रिय भागीदारी का पता चलता है।
इस कार्यक्रम में डॉ. वी एम कटोच, सचिव, स्वास्थ्य शोध, डॉ. जगदीश प्रसाद डीजीएचएस और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।