साढ़े नौ हजार विकास मित्रों को बहाल – मुख्यमंत्री

साढ़े नौ हजार विकास मित्रों को बहाल – मुख्यमंत्री

पटना :-(बिहार) – साढ़े नौ हजार विकास मित्रों को बहाल किया है,इनका सहयोग प्रशिक्षण कार्यों में लें, अधिक से अधिक युवकों को कौशल का प्रशिक्षण देकर उन्हें कौशलवान बनायें। जीविका द्वारा आगे बढ़ने का सलीकासिखाया जा रहा है, प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है, इसका लाभ लें।

प्रशिक्षित हो जायें और नियोजन की गारंटी मिल जाय तो यह अच्छी बात है। आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माँझी मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद सभाकक्ष में जीविका स्किल्स के अन्तर्गत एक लाख ग्रामीण युवकों के कौशल संवर्द्धन हेतु राज्य के सभी जिलों में कौशल प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन समेकित रूप से कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें राज्य के सभी जिलों में कौशल प्रशिक्षण केन्द्र की शुरूआत कर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। प्रशिक्षणके लिये 41 संस्थायें पाटर्नर बनीहैं, यह हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के भार से हम सब दब रहे हैं। इस समस्या का निदान कैसे हो, विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षण का कार्य भी उसी सिलसिले की एक कड़ी है। उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के अभाव में युवकों को तकलिफ होती है। बिचैलिये युवकों को कहीं ले जाकर उनका शोषण करते हैं।

सब्जबाग दिखाते हैं और उनकी मजदूरी का बड़ा हिस्सा हड़प लेते हैं, जिस कारण उनकी जीवन नारकीय हो जाती है। जीविका द्वारा स्वयं सहायता समूह बनाया जाता है और कौशल संवर्द्धन की योजना भी उनके द्वारा चलायी जा रही है, जिसके अन्तर्गत 18 से 35 वर्ष के युवा-युवतियों को प्रशिक्षित किये जाने का प्रावधान है।

प्रशिक्षित युवकों के 75 प्रतिशत को रोजगार भी मुहैया करायी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने से आमदनी कई गुणा बढ़ जाती है। हुनर सिखा दिये जाने से जीवन भर कमाई का रास्ता मिल जाता है। कौशलवान कभी बेकार नहीं रहते। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल प्राप्त युवकों के सर्टिफिकेशन की आवश्यकता है। हम सबको नौकरी नहीं दे सकते हैं। नियोजन की बात कर सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त कर काम खोजेंगे तो काम की कमी नहीं है। कौशलवानों की खोज हर जगह हो रही है।

चिकित्सा,पशुपालन, चापाकल, इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, फीडर, रेडियो,टेलिविजन मिस्त्री क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनायें हैं। आप अपना रोजगार प्रारंभ करें तो ज्यादा पैसा कमा सकते हैं।  परिवार के साथ रहकर राज्य की सेवा भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग विदेशों में जाकर रोजगार खोज रहे हैं। वहाँपर उन्हें अनेक यातनायें सहनी पड़ती है। वे बाहर जाने के बदले यहाॅ पर ही उद्यमीपूर्ण दिमाग लगायें तो उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार लायी जा सकती है।

उन्होंने अपने गाॅव के एक छोटे व्यापारी की कहानी सुनाते हुये कहा कि उन्होंने कोई बड़ी पूँजी नहीं लगायी। अपने उद्यमी दिमाग का इस्तेमाल कर अपने व्यापार को बढ़ाया और पूरे परिवार का इससे पालन-पोषण करते हुये अपने व्यापार को वे बढ़ा भी रहे हैं।

सरकारी तंत्र से सहयोग लेकर आप अपना काम प्रारंभ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को बैंकों से ऋण मुहैया कराया जाय, उन्हें गुणवतापूर्ण प्रशिक्षण दें एवं उनका समायोजन भी करायें। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर कौशल विकास की ज्यादा आवश्यकता साढ़े नौ हजारहै। प्रखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण केन्द्र खोले जायें। हर दृष्टि से सृजनात्मक कार्य करें।

बहकावे में नहीं आयें,मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करें। गुणवान बनें, अपने भविष्य को उज्ज्वल बनायें। ग्रामीण विकास मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि मानव विकास मिशन के तहत एक करोड़ लोगों का कौशल विकास किया जा रहा है। एक लाख आठ हजार युवकों के प्रशिक्षण का कार्य आज से जीविका द्वारा प्रारंभ किया गया है। 65 तरह के ट्रेडों की ट्रेनिंग दी जायेगी।

उन्होंने युवकों से अपील कीकि वे जीविका के पोर्टल पर जाकर अपना नाम दर्ज करायें और प्रशिक्षण प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त करें। राज्य में 55 प्रतिशत से अधिक लोग बी0पी0एल0 सूची में आते हैं। 34 प्रतिशत आबादी युवकों की है। मात्र तीन प्रतिशत ही युवक वोकेशनल टेªनिंग प्राप्त हैं, जबकि यह राष्ट्रीय औसत 15 प्रतिशत है। वोकेशनल ट्रेनिंग प्राप्त करें और अपने कौशल को विकसित करें।

समारोह को सचिव ग्रामीण विकास श्री एस0एम0 राजू, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जीविका श्रीमती एन0 विजय लक्ष्मी, एन0एस0डी0सी0 के प्रतिनिधि श्री जयकान्त सिंह, अपोलो ग्रुप हाॅस्पीटल के डाॅ0 प्रभाकर ने भी संबोधित किया और कौशल विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्रीमती एन0 विजय लक्ष्मी ने कहा कि स्किल्सडेवलपमेंट मिशन बनाया गया है, जिसके तहत प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय किया गया है। श्री जयकान्त सिंह ने कहा कि एन0एस0डी0सी0 ने एक लाख 20 हजार युवकों को लाभान्व्ति किया है। कौशल प्राप्त युवकों की कमी को दूर करने के लिये 2.30 करोड़ लोगों को हुनर प्रदान करने की तैयारी करनी होगी।

इस अवसर पर प्रधान सचिव कृषि सह मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री अमृत लाल मीणा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं प्रशिक्षण कार्यों में लगी एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।  इस अवसर पर जीविका की कई दीदियों ने अपने अनुभवों को भी बाँटा।

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