• November 5, 2014

सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन से विभिन्न कानूनी जानकारियां

सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन से विभिन्न कानूनी जानकारियां

प्रतापगढ़/05 नवम्बर,2014-  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश पवन एन. चन्द्र के निर्देशानुसार संचालित होरहे सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन के आज के सह-प्रभाराधिकारी वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट-धरियावद-प्रशान्त शर्मा के नेतृत्व में सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन की टीम ने दूर-दराज के गांव मूंगाणा जवाहरनगर,देवगढ़, रामपुरिया इत्यादि कई गांवों में प्रोजेक्टर एवं प्रकाशित सामग्री के माध्यम से आम जन के हितार्थ चलाई जा रही कई योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं को दी गई।DSC02871

     इस सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन के माध्यम से विभिन्न  कल्याणकारी योजनाओं की जानकारियों के साथ-साथ आम जन में विधिक जागरूकता संभव हो सके और स्कूली छात्र-छात्राओं अपना विवाह वयस्क होने पर करने की सलाह भी दी गई इस विषय की जागरूकता लधु फिल्म का प्रसारण कर बच्चों को बताई गई।
इस अवसर पर सचल विधिक सेवा केन्द्र एवं मोबाईल वाहन का के गांवों में जागृति अभियान में देवगढ़ सरपंच हरीराम मीणा, विद्यालय के अध्यापकगण एवं मोबाईल टीम श्याम पाटीदार,हितेश वैष्णव, दिलीप शर्मा, नानकराम, राजेश राजपुत इत्यादि ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
आज इस वाहन के माध्यम से गांव-गांव में दी जा रही कानूनी जानकारियों को ग्रामीण जन के साथ स्कूली छात्रों के भी काफी उपयोगी बताते हुए देवगढ़ विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रूचि लेते हुए जानकारी को ध्यानपूर्वक देखा और इस संबंध में अपनी जिज्ञासाओं को मोबाईल टीम से पूछ कर शांत किया।
नोटः-फोटो भी है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,
प्रतापगढ़ (राज.)

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply