- October 30, 2014
बहु विकलांगता के शिकार लोगों के उत्थान पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार
बहु विकलांगों के लिए शिक्षा का प्रावधान पर बल
नई दिल्ली – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के अक्षम लोगों की अधिकारिता के लिए राष्ट्रीय संस्थान ने ‘बहु विकलांगता के शिकार लोगों की अधिकारिता : बहु विकलांगों की शिक्षा तक पहुंच’ विषय पर आज अंतरराष्ट्रीय गोष्ठी की शुरुआत हुई। दो दिनों तक चलने वाली गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है:-
– बहु विकलांग व्यक्तियों को सामाज की मुख्य धारा में लाने के लिए सेवा और सहयोग देना
– बहु विकलांगों को कार्यस्थल पर सामंजस्यपूर्ण वातावरण प्रदान करने के लिए प्रोत्साहन और
– बहु विकलांग बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए एक नए मॉडल का विकास
केन्द्रीय समाज कल्याण एवं अधिकारिता मंत्री थावर चन्द गहलोत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। केन्द्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि बहु विकलांगता आज न केवल देश बल्कि संसार भर के लिए गंभीर चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि बहु विकलांग व्यक्त्यिों को उसकी दक्षता के अनुसार अवसर प्रदान किया जाए और इसमें सरकार के साथ निजी क्षेत्र मिलकर उनकी दक्षता को उभारें। इस गोष्ठी की सम्मानित अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अक्षमता विभाग की सचिव श्रीमती स्तुति कक्कर थीं।
माननीय अतिथियों में आरसीआई, नई दिल्ली की प्रमुख प्रोफेसर (श्रीमती) सुदेश मुखोपाध्याय, डीन, प्रो. एपी तिवारी, राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ से डॉ. शकुंतला मिश्रा और एमीटी विज्ञान तकनीकी व अन्वेषण फाउडेंशन, नोएडा से डॉ. डब्ल्यू सेल्वामूर्ति उपस्थित थे।
अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पुनर्वास के क्षेत्र में काम कर रहे नामी विशेषज्ञों में दक्षिण अफ्रीका से सोगिन क्रॉग, ब्रिटेन से सुश्री गिलेन मॉबी, ब्राजील से प्रो. रोसंगीला मचाडो, यूएसए से डॉ. नोरा ग्रिफिन शर्ली और डॉ. देवेन्द्र पांडा उपस्थित थे। राष्ट्रीय प्रवक्ताओं में (डॉ. प्रमिला बालासुंदरम, डॉ. हिमांशु दास, सुश्री मैरी बरुआ, श्री अखिल पॉल, डॉ. प्रतिभा कारान्त, श्री समीर सेठ्ठी, प्रो. पी जया चन्द्रन, डॉ. अमीताव मिश्रा, डॉ. रूबिना लाल, डॉ. निराधा चन्द्रमोहन और डॉ. राजा गुरु विभिन्न राज्यों से शामिल थे और समारोह में अपने अमूल्य विचार व्यक्त किये।
इस सेमिनार में पूरे देश के 19 राज्यों से 250 लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा राष्ट्रीय बहु विकलांगों के उत्थान का राष्ट्रीय संस्थान के लेक्चरर व विशेष शिक्षा समन्वयक श्री पी कामराज, सहायक प्रोफेसर श्री नचिकेता राउत, सहायक प्रोफेसर श्रवण एवं संचार डॉ. बाला भास्कर, लेक्चरर श्री एस विजयराघवन, अकाउंट ऑफिसर उपस्थित थे। सेमिनार में 15 पत्रों और 35 पोस्टरों का प्रदर्शन किया गया।