- October 29, 2014
समूह जल-प्रदाय योजना : 6 जिले में जन-निजी भागीदारी को बढ़ावा
समूह जल-प्रदाय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के 6 जिले में जन-निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन, धार और रायसेन में कुल 23 योजनाएँ संचालित होगी। इनमें से 5 योजनाएँ जन-निजी भागीदारी के आधार पर क्रियान्वित होगी। प्रदेश में 23 जल-प्रदाय योजनाओं की तकनीकी मंजूरी देते हुए कुल 38 ग्रामीण समूह जल-प्रदाय योजनाएँ अमल में लायी जायेंगी।
मध्यप्रदेश जल निगम ने प्रथम चरण में 19 जिलों में 25 ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजनाएँ मंजूर की थीं। इनमें 4 योजनाएँ बुदेलखण्ड पेकेज में क्रियान्वित होगी। इसमें प्रस्तावित 7 योजना से 196 ग्राम लाभान्वित होंगे। इन योजनाओं की लागत 330 करोड़ रुपए हैं। प्रदेश में विभिन्न योजनाओं से जल निगम द्वारा करीब 750 ग्राम को लाभान्वित करने पर तेजी से कार्य हो रहा है।
प्रदेश में 1337 करोड़ 98 लाख की लागत से 25 ग्रामीण समूह जल-प्रदाय योजनाएँ शीघ्र ही 19 जिलों में क्रियान्वित होंगी। नाबार्ड की सहायता से 1121 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि मंजूर हुई है जिनका लाभ 721 ग्राम को मिलेगा। हाल ही में संस्थागत वित्त संचालनालय के पीपीपी प्रकोष्ठ के साथ हुई बैठक में 23 समूह जल-प्रदाय योजना का कार्य शुरू करने का निर्णय लिया गया। निगम की ओर से दूसरे चरण में 9 समूह जल प्रदाय योजना को भी प्रशासकीय मंजूरी देते हुए नाबार्ड से ऋण प्राप्ति के लिए शासन को भेजा गया है। इसके अलावा 1404 करोड़ 94 लाख लागत की 5 नई योजना का सर्वेक्षण कार्य भी प्रगति पर है।