हास-परिहास और आनंद के रंग से सराबोर मधुरंग कवि सम्मेलन-4.0

हास-परिहास और आनंद के रंग से सराबोर मधुरंग कवि सम्मेलन-4.0

वाराणसी : सन्त अतुलानन्द परिसर कोइराजपुर,  में प्रतिवर्ष की भाँति होली की पूर्व संध्या में कवि सम्मेलन मधुरंग 4.0 का स्वर जोश एवं उल्लास के साथ गूँज उठा। यह सम्मेलन वर्तमान के बहुचर्चित एवं लोकप्रिय कवियों का शानदार मंच रहा, जिसमें वाराणसी के विशिष्ट गणमान्य जन एवं सभी अभिभावकगण आमंत्रित थे। संस्था सचिव श्री राहुल सिंह जी ने सभा में पधारे सभी विशिष्ट-जन का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए स्वागत एवं अभिनन्दन किया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मनमोहक होली गीत की प्रस्तुति की एवं विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत समूह नृत्य की अभिराम प्रस्तुति ने वसन्तोत्सव को सजीव कर दिया। शौर्य, साहस एवं हास्य से परिपूर्ण इस काव्य मंच मधुरंग का संचालन सुप्रसिद्ध कवि  डॉ अनिल चौबे ने अपने विशिष्ट  अंदाज़ में किया। इसी क्रम में हिन्दी कवि सम्मेलनों में अपनी सशक्त  प्रस्तुति रखने वाले प्रख्यात कवि डॉ0 कमलेश शर्मा जी ने अपनी ओजपूर्ण वाणी से दर्शकदीर्घा में बैठे सभी लोगों को जोश और उत्साह से भर दिया।

हास्य व्यंग्य के प्रख्यात कवि श्री सर्वेश अस्थाना जी का चुटीला एवं अनोखा अन्दाज सभी के मन को गुदगुदा गया ।इसी क्रम में प्रेम एवं श्रृंगार से परिपूर्ण अपनी रचनाओं को अपनी विशेष शैली में गीत के माध्यम से प्रस्तुत करने वाली मशहूर कवयित्री मणिका दूबे जी ने सभी का मन मोह लिया। राष्ट्रीयता एवं ओज का स्वर मुखर करने वाले वीर रस के प्रख्यात कवि श्री राम भदावर जी के आह्वान ने श्रोताओं के बीच अपूर्व ऊर्जा का संचार किया।

आज के इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में संस्था की संरक्षिका श्रीमती विद्या सिंह जी का विशेष स्नेह एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ। संस्था निदेशिका डॉ0 वन्दना सिंह जी, उपनिदेशक श्री आयुष्मान सिंह जी एवं प्रधानाचार्या डॉ0 नीलम सिंह जी ने उपस्थित अभ्यागतों के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया एवं सभी को होली की हार्दिक शुभकामना प्रदान की। अन्य गणमान्य विशिष्टजनों में श्री महेश चंद्र श्रीवास्तव जी,( पूर्व अध्यक्ष काशीप्रान्त), डॉ0 हरिहर चौबे जी, डॉ0 कमलेश झा, डॉ0 एन0पी0 सिंह, श्री पवन कुमार सिंह (अध्यक्ष क्रीडा भारती), श्री पंकज श्रीवास्तव जी, श्री धनञ्जय सिंह जी, श्री रिपुञ्जय सिंह तथा डॉ0 अभिषेक मिश्रा जी, श्री अनिल किंजवाडेकर जी ,मेजर एस0 आर0 सिंह ,श्री सूर्य प्रकाश सिंह, श्री अभय सिंह जी, डॉक्टर अश्वनी टंडन, श्री रमाशंकर सिंह जी, श्री राम प्रकाश दुबे जी एवं सेवा भारती काशी प्रांत के सभी सम्मानित पदाधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी। विद्यालय की ओर से कार्यक्रम का संचालन श्री जितेन्द्र पाण्डेय द्वारा किया गया।

(प्रधानाचार्या)

सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन धूमधाम से किया गया
वाराणसी: डॉ. घनश्याम सिंह महाविद्यालय की  राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन धूमधाम से किया गया। स्वयंसेवी छात्र/ छात्राओं ने अपनी प्रस्तुतियों से सबको बहुत आनंदित किया। इस दौरान वक्ताओं ने स्वयंसेवकों से शिविर में सीखी गई बातों को जीवन में उतारने की बात कही।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमति मीना चौबे, प्रदेश मंत्री,भाजपा, उत्तर प्रदेश, प्रबंधक नागेश्वर सिंह, प्रचार्य डॉ. आनंद सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विपुल कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रवज्जित करके किया। इसके बाद छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी तत्पश्चात स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा सबका मन मोह लिया। एनएसएस गीत पर प्रस्तुति के बाद छात्राओं ने एक लघु नाटक के माध्यम से भारतीय संस्कृति में महिलाओं की भूमिका का स्मरण कराते हुए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के प्रति जागरुक किया। जिसकी सभी ने सराहना की। मुख्य अतिथि मीना चौबे ने कहा कि इस प्रकार के शिविरों का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए, जिससे छात्र-छात्राओं को अच्छा करने व सीखने की प्ररेणा मिलती है। स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अच्छी प्रस्तुति दी। जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। शिविर में जो कुछ भी सिखाया गया छात्र-छात्राएं उसे अपने जीवन में उतारे, और अनुशासन में रहकर आगे बढे। राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य तभी सफल होगा। इसका और अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए।
  प्राचार्य ने कहा कि छात्र-छात्राओं ने शिविर में जो सिखा है, वह उस पर पुरी तरह से अमल करें। तभी उसका फायदा होगा। राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य समाज सेवा के प्रति जागरुक करना है। इसलिए हमारे अंदर सेवा की भावना होनी चाहिए, सहयोग करने की भावना होनी चाहिए। अच्छे गुणों का होना आवश्यक है। तभी एनएसएस के शिविरों का लाभ मिलता है। शिविर में सात दिनों तक अच्छा कार्य करने के लिए बच्चे बधाई के पात्र हैं।
 अध्यक्षीय उद्बोधन में  महाविद्याय के प्रबंधक नागेश्वर सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व का विकास और समाज सुधार में महती भूमिका निभाते हैं।इससे न केवल छात्र -छात्राओं का सर्वांगीड़ विकास होता है बल्कि उनमें नेतृत्व कौशल भी विकसित होता है। मैं आप सबको उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना देता हूँ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.गौरव तिवारी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ.विपुल कुमार शुक्ल ने किया। इस दौरान मुख्य रुप से कार्यक्रम अधिकारी डॉ.विपुल कुमार शुक्ल, डॉ. विवेकानंद चौबे,डॉ. डी. वी. सिंह, डॉ. देवेंद्र पांडेय, अरविंद चौबे सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक और कर्मचारियों की उपस्थिति बनी रही।
(एवीके न्यूज सर्विस )

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