• June 14, 2021

भारत-केन्या संयुक्त आयोग बैठक– विदेश मंत्री एस जयशंकर

भारत-केन्या संयुक्त आयोग बैठक– विदेश मंत्री एस जयशंकर

नैरोबी—-(कमल कुमार) —– विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर शनिवार को केन्या पहुंचे, जहां उन्होंने प्रमुख पूर्वी अफ्रीकी देश के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए कई बैठकें कीं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी केन्याई समकक्ष विदेश मंत्री रेशेल ओमामो के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करते हुए भारत-केन्या संयुक्त आयोग की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की।

वार्ता के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया कि “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दो सदस्यों के रूप में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर एक सार्थक चर्चा हुई। ऐतिहासिक एकजुटता आज एक आधुनिक साझेदारी है।” संयुक्त आयोग की पिछली बैठक मार्च 2019 में नई दिल्ली में हुई थी।

जयशंकर ने भारत-केन्या संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए केन्याई सरकार के अन्य मंत्रियों से भी मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने केन्या में भारतीय डायस्पोरा के एक क्रॉस सेक्शन के साथ “उपयोगी” ऑनलाइन बातचीत भी की। बैठक का संचालन केन्या में भारत के उच्चायुक्त डॉ वीरेंद्र पॉल ने किया।

केन्या में बड़ी संख्या में रहते हैं भारतीय

केन्या में भारतीय मूल के लोगों का एक व्यावसायिक समुदाय है, जिनकी संख्या वर्तमान में लगभग 80,000 है, जिसमें अनुमानित 20,000 भारतीय नागरिक शामिल हैं। भारत और केन्या वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हैं। वे राष्ट्रमंडल के सदस्य भी हैं। केन्या अफ्रीकी संघ का एक सक्रिय सदस्य है, जिसके साथ भारत के लंबे समय से संबंध हैं।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

विदेश मंत्री एस जयशंकर की यात्रा पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि “विकास साझेदारी, दोनों देशों के बीच संबंधों का एक महत्वपूर्ण पक्ष है और यह आगे और गहरी होगी।’’

Related post

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी  : मुख्यमंत्री महोदय का  पत्र सलग्न :

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी : मुख्यमंत्री महोदय का पत्र सलग्न :

रमाकांत उपाध्याय (आरा )—– प्रार्थी के जमीन के साथ हुई कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी, जालसाजी…
क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…

Leave a Reply