- May 12, 2021
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल :वैक्सीनेशन की रफ्तार भी धीमी
पटना —– संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल का असर पूरे राज्य पर पड़ा है। वैक्सीनेशन के साथ जांच पर भी बड़ा असर है। डाटा एंट्री ऑपरेटरों के नहीं आने से डाटा फीड करने में समस्या हुई है। वैक्सीनेशन की रफ्तार भी धीमी हुई है।
कई मांगों को लेकर आइसोलेशन में कर्मी
50 लाख रुपए बीमा, मानदेय रिवीजन सहित नौ मांगों को लेकर बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी होम आइसोलेशन में चले गए हैं। इससे जांच से लेकर वैक्सीनेशन तक का काम प्रभावित हुआ है। संघ ने चेतावनी दी है कि मांग पूरी नहीं हुई तो आइसोलेशन में रहेंगे।
संघ का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में इसका असर पड़ेगा। अब 27,000 संविदा कर्मी सामूहिक इस्तीफा की तैयारी कर रहे हैं।
संक्रमित रोगियों के संपर्क में आने से आइसोलेशन
जिला स्तर से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने 12 मई से कार्य करने के दौरान संक्रमित रोगियों के संपर्क में आने के कारण स्वयं को होम आइसोलेट करने का निर्णय लिया था। जिला मुख्यालय में सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला मुख्यालय स्वास्थ्य समिति के माध्यम से 10 मई को राज्य के अधिकारियों को इसकी सूचना भी दे दी थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। 12 मई को अधिकतर कर्मी आइसोलेट हो गए हैं। संघ का कहना है कि इसका असर आज से दिखेगा।
स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के सचिव ललन सिंह ने बताया कि हमने सरकार को पहले भी सूचित कर रखा है कि हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया। हम सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मी जो कि जिला मुख्यालय राज्य स्तर से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर हैं।
लगभग 27000 कर्मियों की संख्या है सामूहिक रूप से अपनी इस्तीफा सरकार को सौंपेंगे। जल्द ही इस आशय की सूचना राज्य सरकार तक पहुंचा दी जाएगी।