• March 15, 2021

​​​​​​​जल जीवन मिशन के कार्यों में रहेगी एनजीओ की महत्वपूर्ण भूमिका

​​​​​​​जल जीवन मिशन के कार्यों में रहेगी एनजीओ की महत्वपूर्ण भूमिका

रायपुर—जल जीवन मिशन संचालक श्री एस. प्रकाश ने विगत दिनों रायपुर स्थित नीर भवन के एच.आर.डी हॉल में एन.जी.ओ. के साथ बैठक की। मिशन संचालक श्री एस. प्रकाश ने आयोजित राउंड टेबल डिस्कशन में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में एनजीओ की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहेगी और मिशन के जागरुकता अभियान में उनकी सहभागिता अति आवश्यक है।

जल जीवन मिशन के कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी संस्थाओं का सहयोग वांछनीय है। जल जीवन मिशन का कार्य प्रदेश के सभी ग्रामों में किया जाना है, इस कार्य को पूर्ण करने के लिये हमें अत्यधिक संख्या में मानव संसाधन की आवश्यकता होगी, जो कि हर ग्राम में जाकर प्रत्येक परिवार से मिल कर जल जीवन मिशन की महत्ता एवं योजना को समझाये।

जल गुणवत्ता और जल संवर्धन का महत्व प्रत्येक ग्रामवासी तक पहुंचे इस स्तर का प्रचार-प्रसार में आपकी मदद की आवश्यकता होगी। आप सभी उपस्थित संस्थाएं अधिक से अधिक संस्थाओं से संपर्क कर मानव संसाधन की व्यवस्था करें, जिससे कि यह कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण किया जा सके। बैठक में मुख्य अभियंता, रायपुर द्वारा जल जीवन मिशन योजना के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई।

यूनिसेफ स्वच्छता विशेषज्ञ सुश्री श्वेता पटनायक ने बताया कि कोविड-19 के बाद यह पहला कार्यक्रम है जिसमें एक टेबल पर चर्चा कर रहे हैं। सुश्री पटनायक ने बताया कि जल गुणवत्ता एवं जल संवर्धन पर बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड में बहुत अच्छा कार्य किया गया है। यूनिसेफ और उससे जुड़ी संस्थाओं ने महिलाओं के सहयोग से जल सुरक्षा एवं जांच (9 पैरामीटर) का प्रशिक्षण का कार्य भी करवाया है। उन्होंने कोरबा जिले की सराहना करते हुए बताया की वहां सामुदायिक अंशदान के रूप में महुआ और तेंदुपत्ता भी दिया गया है।

पीपीटी के माध्यम से बताया कि सपोर्ट एजेंसी की जल जीवन मिशन को पूरा करने में क्या भूमिका होगी। जी आई एस से 5 प्रकार का सर्वे करते हैं। कुछ संस्थाएं डाटाबेस मेनेजमेट, आई.ई.सी. डेव्लपमेंट, खेल के माध्यम से कैसे सिखाना है, योजनाओं को जमीन स्तर पर कैसे ले जाना है, वाटर टेस्ट किट द्वारा जल की जांच बेबीनार के माध्यम से प्रशिक्षण का कार्यक्रम, समग्र विकास के साथ लिंग अनुपात पर कार्य कर रही है।

कार्यक्रम के अंतिम चरण में मिशन संचालक श्री एस. प्रकाश ने उपस्थित संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आभार करते हुए कहा कि विभिन्न संस्था के प्रतिनिधि आये और अपने अनुभवों को साझा किया इसके लिये धन्यवाद, सभी के योगदान से यह जल जीवन मिशन अपनी समय-सीमा पर पूर्ण की जा सकेगा।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply