- May 24, 2020
20 जिलों के 40 ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्रों का डिजिटल अवलोकन एवं निरीक्षण
पटना —— कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार लगातार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री द्वारा निरंतर समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में आज दूसरे दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री ने 20 जिलों के 40 ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्रों का डिजिटल अवलोकन एवं निरीक्षण कर वहां आवासित प्रवासियों एवं तैनात पदाधिकारियों से संवाद किया।
क्वारंटाइन केन्द्रों में शौचालय, पेयजल, रसोई घर, स्नानागार, लोगों के रहने की व्यवस्था एवं केन्द्रों की साफ-सफाई का वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री ने बारीकी से अवलोकन कर अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सभी लोगों को काम दिया जाएगा, यह सरकार का संकल्प है। इसके लिए श्रमिकों को उनके स्किल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ इच्छुक लोगों का जॉब कार्ड बनाने का काम भी सुनिश्चित किया जाय।
विभिन्न उद्योगों के क्लस्टरों की पहचान कर वहां अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शीघ्र कार्रवाई की जाय। सभी को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है और अपना खुद का व्यवसाय करने वाले लोगों को सरकार हरसंभव सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में पेवर ब्लॉक उद्योग की असीम संभावनाएं हैं।
जल-जीवन-हरियाली, हर घर पक्की गली-नाली एवं अन्य योजनांतर्गत किये जा रहे कार्यों में पेवर ब्लॉक का इस्तेमाल करें। प्रवासी श्रमिकों से अपील करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार उनके रोजगार सृजन को लेकर पूरी व्यवस्था कर रही है। उन्होंने प्रवासियों से कहा कि बिहार में ही रहकर अपने श्रमशक्ति और स्किल का उपयोग करके बिहार के विकास में पूर्ण योगदान दें। हम चाहते हैं कि रोजगार के लिए मजबूरी में किसी को बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े।
वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से क्वारंटाइन केन्द्रों पर सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री ने आवासित प्रवासियों से फीडबैक लिया। सभी लोगों ने बताया कि क्वारंटाइन केन्द्रों पर उन्हें अच्छी सुविधाएं मिल रही है और किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं है।
क्वारंटाइन केन्द्रों में रह रहे प्रवासियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गयी व्यवस्थाओं की काफी सराहना की। माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें क्योंकि कोरोना से बचाव का यही सबसे प्रभावी उपाय है। सभी को सुरक्षा प्रदान करना हमारा दायित्व है। माननीय मुख्यमंत्री ने सेंटर पर आवासित लोगों से कहा कि 14 दिनों तक क्वारंटाइन सेंटर में रहकर ही अपने घर जाये। यह आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
रोजगार सृजन पर सभी संबंधित विभाग विशेष ध्यान दे रहे हैं। लॉकडाउन पीरियड में अभी कुल 4 लाख 20 हजार 590 योजना में अब तक 3 करोड़ 6 लाख 14 हजार 750 मानव दिवस सृजित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों को लेकर आज कुल 115 ट्रेनें आ रही हैं जिनमे 1 लाख 88 हजार 450 लोग ट्रेवल कर रहे हैं। कल के लिए 104 ट्रेनें शिड्यूल्ड हैं जिससे 1 लाख 70 हजार 300 लोग ट्रेवल करेंगे। काफी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं और सभी
इस काम में पूरी मेहनत से लगे हुए हैं। आपदा राहत केन्द्रों की संख्या 139 है जिसका 58,744 लोग लाभ ले रहे हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स की संख्या बढ़कर 13,825 हो गयी है जहाँ 9 लाख 68 हजार 171 लोग आवासित हैं। राशन कार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों के अब तक 9 लाख 55 हजार नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं और यह प्रक्रिया जारी है।
पिछले 24 घंटे में कोरोना के 239 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। अब तक कुल 61,220 सैम्पल्स की जांच की गयी है जिसमे 2,344 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। 24 घंटे में 24 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। अब तक कुल 653 लोग स्वस्थ हुये हैं। बिहार में फिलहाल कोरोना संक्रमण के 1,680 एक्टिव मामले हैं।
क्वारंटाइन सेंटर पर सैंपल लेकर लगातार जांच की जा रही है। 3 मई के बाद बिहार आने वाले 1,409 प्रवासियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसमे नई दिल्ली से 363, महाराष्ट्र से 326, गुजरात से 236, हरियाणा से 115, पश्चिम बंगाल से 67, उत्तर प्रदेश से 66 सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी शामिल हैं।
लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 2,184 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 2,345 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 78,329 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 18 करोड़ 41 लाख 64 हजार 036 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है।
पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 13 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 12 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 1,034 वाहन जब्त किये गये हैं और 27 लाख 68 हजार 600 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।