- June 2, 2019
राज्य सरकार शैक्षणिक विकास के लिए प्रतिबद्ध
जयपुर———– राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शिक्षकों की संस्था पुरस्कृत शिक्षक फोरम, राजस्थान की ओर से चूरू जिले के छापर के जन कल्याण राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान क्षेत्र के शैक्षणिक विकास में योगदान करने वाले भामाशाहों का सम्मान किया गया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मा. भंवर लाल मेघवाल ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय में विज्ञान संकाय खोलने तथा हिंदी साहित्य विषय स्वीकृति का आश्वासन दिया और कहा कि अगले सत्र से यह व्यवस्था करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि शैक्षणिक क्षेत्र सहित समाज के प्रत्येक तबके को राहत पहुंचाने के लिए ठोस एवं उल्लेखनीय कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश के शैक्षणिक विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने क्षेत्र के भामाशाहों की सराहना करते हुए कहा कि इस अंचल मंट शिक्षा सहित विभिन्न समोजोपयोगी कायों में भामाशाहों का खास योगदान रहा है और किसी भी सार्वजनिक कार्य के लिए जब कोई व्यक्ति इनके पास गया है तो इन्होंने कभी निराश नहीं किया।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा प्रदेश के शिक्षा जगत में किए गए कई नवाचारों को पूरे देश में लागू किया गया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिदिन कोई न कोई जन कल्याणकारी निर्णय किया जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों से अनुरोध किया कि जो नवाचार उन्होंने किए हैं, उन्हें दूसरे शिक्षकों से भी साझा करें ताकि सभी लोग उन पदचिन्हों पर चलकर बेहतर काम कर सकें।
समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पुरस्कृत शिक्षक शिक्षा विभाग की वे महान विभूतियां हैं, जिन्होंने अपने नवाचारों एवं मेहनत से शिक्षा विभाग की ख्याति देश भर में पहुंचाई है और शिक्षक समाज को गौरव प्रदान किया है। ऎसे शिक्षकों से दूसरे लोगों एवं शिक्षकों को भी प्रेरणा मिलती है।
इन शिक्षकों को समाज में विशेष सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। राज्य सरकार ने निर्णय किया है कि शिक्षा विभाग में पदस्थापन के लिए होने वाली काउंसलिंग में इन पुरस्कृत शिक्षकों को वरीयता प्रदान की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक पुरस्कार के लिए ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिससे इस प्रक्रिया में और भी बेहतरी आएगी।
उन्होंने शिक्षकों द्वारा दिए गए विभिन्न सुझावों को लेकर कहा कि जयपुर पहुंचते ही वाजिब मांगों पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी। पिछली सरकार ने विचारधारा विशेष को थोपने का प्रयास करते हुए पाठ्यक्रम से छेड़छाड़ की थी, जिसे जनता की मांग पर इस सरकार द्वारा ठीक करने का काम किया गया है।
शिक्षा विभाग के कैलेंडर में भी उन्होंने अनावश्यक फेरबदल किए थे, जिन्हें इस सरकार द्वारा व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ ठीक किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा बंद किए गए स्कूलों की समीक्षा कर उन्हें वापस खोलने का प्रयास किया जाएगा, ताकि समाज के वंचित एवं गरीब तबके के बच्चों को आसानी से शिक्षा मुहैया हो सके।
उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मा. भंवर लाल मेघवाल द्वारा अपने पूर्ववर्ती कार्यकाल में प्रदेश के शैक्षणिक विकास के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इनकी कथनी और करनी में भेद नहीं है।
सम्मेलन के संयोजक सहायक निदेशक श्री ओमप्रकाश फगेड़िया ने राज्य सरकार द्वारा शैक्षणिक विकास के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी दी। श्री रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने पुरस्कृत शिक्षकों को विभाग की अकादमिक समितियों में शामिल करने, भूखंड देने, सेवा वृद्धि का लाभ देने, विशेष वेतन वृद्धि देने सहित विभिन्न सुझाव दिए।
ज्वाइंट डायरेक्टर श्रीमती नूतन बाला कपिला, श्री प्रदीप सुराणा आदि मंचस्थ अतिथियों ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री संपत बारूपाल, श्री जगदीश चोटिया, श्री भंवर सिंह, श्री सूर्यप्रकाश त्रिवेदी, श्री चैनरूप दायमा, श्री ओमप्रकाश तंवर, श्रीमी सुमन जाखड़, श्री कुलदीप व्यास, श्री महेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री एवं शिक्षा मंत्री का विद्यालय में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
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