- February 28, 2019
लोक कलाकारों का मानदेय बढ़ाने की पैरवी –सांस्कृतिक गतिविधियों बढ़ायें, शिल्प ग्राम का विस्तार करें -राज्यपाल
जयपुर——– राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने लोक कलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लोक कलाकारों का मानदेय बढ़ाये जाने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा कि लोक कलाकार दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आते है।
वे बड़ी मेहनत करके लोक कलाओं का प्रदर्शन करते हैं। राज्यपाल श्री सिंह ने लोक कलाकारों का मानदेय आठ सौ रुपये से बढ़ाकर दो हजार रुपये किये जाने की पैरवी की। राज्यपाल ने मानदेय के लिए केन्द्र के संस्कृति मंत्रालय को उनकी ओर से पत्र भेजे जाने के निर्देश भी दिये।
राज्यपाल श्री सिंह मंगलवार को यहां राजभवन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की गवर्निंग बॉडी व एक्ज्यूकेटिव बोर्ड की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। राज्यपाल श्री सिंह इस केन्द्र के पदेन अध्यक्ष भी है।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि शिल्पग्राम का विस्तार किया जाये। लोक कलाकारों द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री का विश्लेषण किया जाये। ऎसा लक्ष्य रखें कि गांव – देहात के आर्टिस्ट द्वारा बनाई गई सामग्री का अधिक से अधिक विक्रय किया जा सके। राज्यपाल का मानना था कि इससे लोक कलाकारों की आय बढ़ेगी।
आमजन की जरूरत का सामान रखा जाये। सस्ता, जरूरत के मुताबिक व लोक आकर्षण वाली वस्तुएं बाजार में अधिक उपादेयी साबित होती है। राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र राज्य के पर्यटन, कला व संस्कृति विभाग से समन्वय भी बनाये। राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि शिल्पग्राम उत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है।
बैठक में गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द गावडे, राजस्थान के पर्यटन, कला व संस्कृति विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती श्रेया गुहा, राज्यपाल के सचिव श्री देबाशीष पृष्टि सहित केन्द्र की गवर्निंग बॉडी व एक्ज्यूकेटिव बोर्ड के सदस्य व केन्द्र के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में केन्द्र निदेशक श्री सुधाशुं कुमार ने वर्ष भर की गतिविधियों को विस्तार से बताया और कार्यसूची को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया। समारोह में राज्यपाल श्री सिंह ने केन्द्र के पूर्व निदेशक श्री फुरकान खान को उल्लेखनीय सेवाओं के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सहरिया पर आधारित वृत्त चित्र दिखाया गया।
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