- February 21, 2019
‘ड्रग-फ्री इंडिया’अभियान—युवाओं को ड्रग्स के सेवन से दूर रहना चाहिए—प्रधानमंत्री
चंडीगढ़——प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार में आयोजित ‘ड्रग-फ्री इंडिया’अभियान कार्यक्रम को टेली-कॉन्फ्रेसिंग से संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को ड्रग्स के सेवन से दूर रहना चाहिए क्योकि ड्रग्स के सेवन से न केवल शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से खोखले हो जाते है बल्कि जाने-अनजाने में देशद्रोही ताकतों का सहयोग भी करते हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा किया गया था।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की तथा आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान अनेक फिल्मी हस्तियों एवं करीब 20 हजार युवाओं ने भाग लिया। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने श्री श्री रविशंकर को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि देकर सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्रग्स के सेवन से आतंकवादियों के हाथ मजबूत होते हैं तथा नारकोटिक्स ट्रेड को देशद्रोही व असामाजिक गतिविधियों में किया जाता है। भारत सरकार द्वारा सीमा पार से नशे के अवैध व्यापार और ड्रग्स कारोबार को रोकने के लिए वर्ष 2018 से नेशनल एक्शन प्लान लागू किया जा चुका है।
ड्रग्स एडिक्शन के विरुद्ध विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे ड्रग के आदी लोगों को अपराधी की तरह न देखे और उनके प्रति संवेदनशील रवैया अपनाते हुए उन्हें नशे की आदत से छुटकारा दिलाने में सहयोग करे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में नशे के व्यापार व इसके रकैट के नेटवर्क को तोडऩे के लिए कानून की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से 61 नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं, जिनमें पिछले वर्ष 25 हजार युवाओं को नशे की बीमारी से मुक्ति दिलाई गई है।
आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार विश्व के लगभग 3 करोड़ लोग ड्रग्स के सेवन से होने वाले डिस्ऑर्डर की चपेट में हैं। उन्होंने बताया कि भारत में ड्रग्स से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्घि दर्ज की गई है ।
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि मानवता को शांति की राह दिखाने वाले आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को मानद उपाधि देकर आज विश्वविद्यालय परिवार गौरवांवित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन की जो लहर चलाई है, यह कार्यक्रम उसका जीता-जागता उदाहरण है।