17 परियोजनाओं का लोकार्पण / शिलान्यास

17 परियोजनाओं  का  लोकार्पण / शिलान्यास

लखनऊ :——- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स काॅलेज में कुल 36.54 करोड़ रुपये की लागत की 17 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इनमें से 24.98 करोड़ रुपए की लागत से 8 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 11.56 करोड़ रुपये की लागत से 9 परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।

लोकार्पित परियोजनाओं में आबकारी भवन, पुलिस विभाग में क्राइम ब्रान्च आफिस, वीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज में एस्ट्रो टर्फ हाॅकी मैदान तथा कुश्ती हाॅल, राजकीय महिला पाॅलीटेक्निक में सी.सी. इन्टरलाॅकिंग टाइल्स आदि,सदर तहसील में आवासीय भवन का निर्माण कार्य, सुभाष भवन में मेस, टाॅयलेट, सीवरेज, काॅमन रूम का जीर्णोद्धार कार्य तथा गीडा सेक्टर 5 न्यू गोरखपुर में आवासीय योजना में 5 पार्काें का निर्माण कार्य शामिल है।

मुख्यमंत्री 9 परियोजनाओं जिसमें शहीद स्मारक डोहरिया कलां के सौन्दर्यीकरण, कैम्पियरगंज में ग्राम बरगदही स्थित शिव मंदिर के पर्यटन विकास का कार्य, सन्त रविदास मंदिर अलवापुर के सौन्दर्यीकरण का कार्य,कैम्पियरगंजके ग्राम कल्याणपुर में बैसही देवी मंदिर के सौन्दर्यीकरण का कार्य, कैम्पियरगंज के ग्राम सुम्भाखोर में समय माता मंदिर एवं पोखरे के सौन्दर्यीकरण का कार्य,तहसील बासंगांव स्थित ग्राम तिघरा में तालाब के सौन्दर्यीकरण आदि का कार्य, भरोहिया शिव मंदिर कैम्पियरगंज, मण्डलीय कारागार में पं0 राम प्रसाद बिस्मिल शहीद स्मारक के सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्य तथा शहीद स्मारक चैरी-चैरा में पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य का शिलान्यास किया।

वीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्स काॅलेज परिसर में सिन्थेटिक हाॅकी मैदान एवं कुश्ती हाॅल के लोकार्पण के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने उसका अवलोकन किया। स्पोटर््स कालेज के विद्यार्थियों द्वारा जिमनास्टिक/हाॅकी का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जितना ऊर्जावान होता है, उतना ही अनुशासित भी होता है। उन्होंने स्पोर्ट्स काॅलेज के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं, जिसका नतीजा है कि प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक अर्जित कर प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होेंने कहा कि खिलाड़ियों की समस्याओं का निराकरण प्रमुखता के आधार पर किया जा रहा है क्योंकि सुविधा के अभाव में खिलाड़ी अपनी क्षमता का भरपूर प्रदर्शन नहीं कर पाते हंै, इसलिए खेल सुविधाओं को विकसित करने की दिशा मंे निरन्तर कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ओलम्पिक गेम्स में प्रतिभाग/पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहन/पुरस्कार की धनराशि दी जाती है। जिसके अन्तर्गत स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 4 करोड़ रुपये, कांस्य पदक के लिए 2 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि दी जाती है। इसी प्रकार एशियन और काॅमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभाग/पदक विजते खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक के लिए 50 लाख, रजत पदक विजेता के लिए 30 लाख रुपये, कांस्य पदक के लिए 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि दी जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विगत 24 जनवरी को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के अवसर पर राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न खेलों के एक-एक खिलाड़ी को प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार, पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार और महिला वर्ग में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अन्तर्गत अलंकृत होने वाले खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र, लक्ष्मण/रानी लक्ष्मी बाई की कांस्य प्रतिमा तथा रुपए 3 लाख 11 हजार की धनराशि प्रदान की गयी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को विकसित करने हेतु राजस्व एवं खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि हर गांव में खेल का मैदान स्थापित हो जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे खिलाड़ी भी बनें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसी भी अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्ति देने तथा स्पोटर््स कोटे की रिक्तियों को तत्काल प्रभाव से भरे जाने की कार्यवाही के निर्देश दियेगये हैं।

इस अवसर पर खेलकूद युवा कल्याण एवं कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि खेलों को विकसित करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। खेल का वातावरण बनाने तथा आधुनिक सुविधाएं प्रदान कर उसे निरन्तर विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।

खेल निदेशक श्री आर.पी. सिंह ने इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों को स्वागत किया। इस मौके पर जनप्रतिनिधिगण तथा मण्डलायुक्त सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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