• January 23, 2019

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ—बेहतर कल के लिए बेटियों को बनाएं सशक्त

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ—बेहतर कल के लिए बेटियों को बनाएं सशक्त

बहादुरगढ़———बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह मनाया जा रहा है।

बेहतर कल के लिए बेटियों को बनाएं सशक्त थीम के साथ कार्यक्रम का आयोजन बहादुरगढ़ उपमंडल में किया गया। जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को सरकार की योजनाओं से कराया अवगत।

उपमंडल बहादुरगढ़ के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी की देखरेख में सप्ताह के तीसरे दिन नवजात बेटियों का जन्म दिन बनाने के साथ ही बेटियों के नाम पौधरोपण किया गया।

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जन्म प्रमाण पत्र भी कार्यक्रम में वितरित किए गए। महिला सशक्तिकरण विषय पर बेबाक चर्चा भी संबंधित अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में की गई।

बहादुरगढ़ ग्रामीण -2 की महिला एवं बाल विकास विकास परियोजना अधिकारी रशिमा बाला ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा प्रदेश के पानीपत जिला से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम का आगाज किया था और इन चार साल में हरियाणा प्रदेश में लिंगानुपात में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।

उन्होंने उपस्थित महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि झज्जर जिले में उपायुक्त सोनल गोयल की सोच पे दस्तक मुहिम के तहत संवाद पर चौपाल कार्यक्रम भी लिंगानुपात सुधार में अहम हैं। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय सप्ताह के अंर्तगत बेटियों के साथ पौधरोपण करते हुए जन्म प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग से डा.वाई.के.शर्मा तथा डा.उमेश ने भी विभाग की ओर से बेटियों के उत्थान में निभाई जा रही जिम्मेवारी महिलाओं के साथ सांझा की। इसी क्रम में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी शहरी क्षेत्र से बबीता मनचंदा ने भी कार्यक्रम का आयोजन कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम को प्रभावशाली तरीके से लागू करने के लिए शपथ भी दिलाई।

आंगनवाड़ी केंद्र में गोद भराई कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जिसमें सीडीपीओ ने सरकार की ओर से बेटियों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर संबंधित क्षेत्र की सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी वर्कर व क्षेत्रीय महिलाएं मौजूद रही।

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