प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक———- श्री श्रेयस्कर चौधरी

प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक———-  श्री श्रेयस्कर चौधरी

इंदौर———-नई दिल्ली में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, श्री श्रेयस्कर चौधरी को वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वस्त्र क्षेत्र के उत्कृष्ट युवा उद्यमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

श्री चौधरी को यह पुरस्‍कार गारमेंट्स और मेड अप्‍स श्रेणी में दिया गया है। उन्हें उत्पाद और प्रक्रिया से सम्‍बंधित नवाचार, सस्‍टेनेबिलिटी के लिए ली गई पहलकदमी और मार्केटिंग और ब्रांडिंग से सम्‍बंधित नवाचार के क्षेत्र में उनकी पहल के लिए सम्मानित किया गया। कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी प्रोजेक्ट्स के लिए सदा उत्‍साही रहने वाले श्री चौधरी यूएमआईएसटी, मैनचेस्टर से टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में स्नातक हैं।

उत्‍कृष्‍ट ब्रांड सी एंड ए फाउंडेशन के सहयोग से, श्री चौधरी ने सर्कुलर फैशन की दिशा में योगदान करते हुए प्रमाणित सी2सी (क्रैडल से लेकर क्रैडल तक के कॉन्‍सेप्‍ट के साथ) वस्‍त्रों की स्थापना की। उन्‍होंने व्यावसायिक व्‍यवहारों में महत्वपूर्ण नवाचार शुरू किये, जहां अधिकांश कच्चे माल टिकाऊ होते हैं, जिसमें टिकाऊ कपास, पुनर्नवीकृत पॉलिएस्टर, स्पन से रंगे विस्कस, लिनन, टेंसेल आदि शामिल हैं।

उनके नेतृत्व में, प्रतिभा सिंटेक्स ने अपने मुख्‍य प्‍लांट के लिए हिग्‍ग इंडेक्स पैरामीटर में 90% सस्‍टेनेबिलिटी स्कोर हासिल किया। सस्टेनेबल अपैरल कोअलिशन द्वारा विकसित किया गया हिग्‍ग इंडेक्स एक टूल है जो किसी कंपनी या उत्पाद की सस्‍टेनेबिलिटी के परफॉरमेंस को स्‍टीक मापने और स्कोर करने में सक्षम है। श्री चौधरी ने कंपनी को “रिस्पॉन्सिबल टेक्सटाइल से अधिक” के रूप में देखा है और प्रोत्‍साहित किया है, जो सतत विकास लक्ष्यों के प्रति वचनबद्ध है।

‘पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और सामाजिक प्रभाव को अधिकतम करने’ के आदर्श वाक्य के साथ, श्री चौधरी ने 100% अपशिष्ट जल के पुनर्नवीकरण और उसके 95% के पुन: उपयोग को सुनिश्‍चित किया है। विभिन्न प्रक्रियाओं से निकले कचरे के लगभग 90% का पुनर्नवीकरण या पुन: उपयोग किया जाता है। कपास के कचरे को स्टेशनरी की वस्तुओं में बदल दिया जाता है, जिसका कंपनी के अंदर उपयोग किया जाता है।

प्रतिभा सिंटेक्स में अपनाई गई प्रक्रियाओं पर टिप्पणी करते हुए, श्री चौधरी ने कहा कि “हमने अपनी ऊर्जा उपयोग के 30% हिस्से के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से आने वाली उर्जा का उपयोग करना सुनिश्चित किया है। बायोमास ब्रिकेट बॉयलर की स्थापना और 3 लाख वृक्षारोपण से जीएचजी उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी आयी है।”

श्री चौधरी ने कहा कि ” लोगों से प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड का गहरा लगाव है, और हमने झुग्गी बस्‍तियों में रहने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए “मेरे सपनों का भारत” के नाम से एक पहल की शुरुआत की है।

हमारी एक अन्‍य पहलकदमी, ज्ञान पीठ, स्थानीय समुदायों के कौशल का विकास करती है और उन्हें रोजगार प्रदान करती है। अब तक 5000 से अधिक लोग यार्न कताई और परिधान निर्माण में प्रशिक्षित हो चुके हैं।

हमने विशेषज्ञ डॉक्टरों और परामर्शदाताओं की देखरेख में नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने के अलावा, सहयोगियों और कर्मचारियों के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए ब्याज-मुक्त आवास योजना की घोषणा की है।

कर्मचारियों और सहयोगियों के बच्चों की शिक्षा में सहयोग देने के उद्देश्‍य से, एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू किया गया है।”

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply