- January 6, 2019
352वें प्रकाश पर्व की तैयारियों का निरीक्षण—मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार
पटना———–:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 352वें प्रकाश पर्व की तैयारियों के जायजा लेने के क्रम में कंगन घाट स्थित टेंट सिटी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने भूमि को समतल करने को कहा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो। साफ-सफाई, शौचालय, एम्बुलेंस की व्यवस्था, वेंटिलेशन का प्रबंध, मच्छरों से बचाव के लिए नेट का प्रयोग तथा रौशनी की समुचित व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया, साथ ही यह भी निर्देष दिया कि टेंट में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बेड की उचित व्यवस्था के साथ लंगर में खान-पान की व्यवस्था स्तरीय हो।
कंगन घाट टेंट सिटी निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने तख्त श्रीहरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा के गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने गेस्ट हाउस की तरफ से आने वाले रास्ते को भी ठीक करने का निर्देश दिया। बगल के तालाब की घेराबंदी ठीक ढंग से हो ताकि देखने में अच्छा लगे और अगल-बगल के रास्तों से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने तख्त श्रीहरिमंदिर साहब गुरुद्वारा में जाकर मत्था टेका। इस मौके पर प्रबंधन कमिटी ने मुख्यमंत्री को सरोपा भेंट किया। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा परिसर का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री प्रमोद कुमार, पटना नगर निगम की मेयर श्रीमती सीता साहू, मुख्यमंत्री के परामर्शी श्री अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, प्रधान सचिव ऊर्जा श्री प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव पर्यटन श्री रवि मनुभाई परमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, पटना के डी0आई0जी0 श्री राजेष कुमार, सारण के डी0आई0जी0 श्री विजय कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की निदेशक सुश्री इनायत खान, जिलाधिकारी पटना, जिलाधिकारी सारण, जिलाधिकारी वैषाली, पटना नगर निगम आयुक्त श्री अनुपम कुमार सुमन, पटना की वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज की यह जन्मभूमि है, यह हम सभी के लिए बहुत ही गौरव की बात है। जब 350वां प्रकाश पर्व का आयोजन हुआ था, तब राज्य सरकार और पटना साहिब सहित पूरे बिहार के लोगों ने श्रद्धालुओं की हर तरह से सहायता की। उन्होंने कहा कि 350वें प्रकाश पर्व में लाखों की संख्या में पूरे देश ही नहीं बल्कि देश के बाहर से सिख समाज के लोग यहां पधारे थे।
उसके बाद वर्ष 2017 में 351वें प्रकाश पर्व को शुकराना समारोह के रूप में मनाया गया और इस समारोह का 2017 के दिसंबर में ही समापन हुआ था। यहां आए हुए सभी श्रद्धालुओं का राज्यवासियों ने तहे दिल से स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि इस साल 352वां प्रकाश पर्व है और इसमें भी जिस प्रकार से यहां गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं के आने की संख्या बढ़ रही है, ऐसी स्थिति में हम सभी का यह दायित्व है कि सरकार, प्रशासन के साथ ही सभी लोग साथ मिलकर सहयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 350वंे प्रकाश पर्व के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि उतनी संख्या नहीं हो सकती है, जितना 350वें प्रकाश पर्व में थी। बावजूद इसके आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है इसलिए हमलोगों ने सरकार की तरफ से टेंट सिटी का निर्माण कराया है। पूर्व में हमलोगों ने यहां और बाईपास के बगल में सड़क किनारे टेंट सिटी बनवाया था लेकिन इस बार उसकी आवश्यकता नहीं है। फिर भी श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए 5000 क्षमता वाले टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है।
लंगर की भी पर्याप्त व्यवस्था की गयी है, इसके अलावा चिकित्सा आदि के भी पुख्ता प्रबंध किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 350वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा था तो उसी समय हमलोगों ने यह निर्णय लिया था कि कंगन घाट के पास पर्यटन विभाग का जो केंद्र बना है, इस बार उसको भी गुरुद्वारा के हवाले किया जाएगा ताकि उसका भी उपयोग हो सके। इसके बाद उस केंद्र पर पर्यटन से संबंधित जो बातें होगी, उसकी प्रदर्शनी लगेगी, जिसका अवलोकन करके लोग पर्यटकीय स्थलों के प्रति जागरुक होंगे। उन्होंने कहा कि जितने भी श्रद्धालु यहां आयेंगे, उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए गुरुद्वारा और कई स्कूलों में भी व्यवस्था की गयी है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और साफ-सफाई सहित हर सहूलियत को ध्यान में रखते हुए पुख्ता प्रबंध किये गये हंै।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 350वें प्रकाश पर्व के दौरान आने-जाने का रास्ता, जर्जर तार सहित सभी अन्य चीजों को राज्य सरकार द्वारा ठीक कराया गया था। हमलोग हर समय इस बात को लेकर अलर्ट रहते हैं कि अब बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आने वाले हैं, उन्हें किसी तरह की तकलीफ नहीं हो। साथ ही उन्हें यहां आकर आनंद महसूस हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे भी इसी प्रकार से सिख श्रद्धालुओं को राज्य सरकार सहयोग करती रहेगी। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी महाराज का भी 550वां वार्षिकोत्सव होने वाला है।
हमलोगों ने तो उनके उस उत्सव के अवसर पर सरकारी तौर पर सार्वजनिक छुट्टी का भी निर्णय ले लिया है। राजगीर में गुरु नानक देव जी महाराज आये थे और वहां रुके भी थे। उन्होंने कहा कि राजगीर में सभी कुंड का पानी गर्म है लेकिन जहां गुरु नानक देव जी रुके थे, उस कुंड का पानी शीतल है इसलिए उस कुंड को भी ठीक कराया गया है।
11 जनवरी से एक गुरुद्वारा के निर्माण का काम प्रारंभ होने वाला है, हम उसमें भी जायेंगे। उन्होंने कहा कि चाणक्य ने यहीं अर्थशास्त्र की रचना की, ज्ञानी आर्यभट्ट भी हुए, महात्मा बुद्ध की ज्ञान भूमि और भगवान महावीर की जन्म भूमि, ज्ञान भूमि, निर्वाण भूमि यहीं है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।
गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म भी यहीं हुआ और जन्म के कई वर्षों बाद तक वे यहीं रहे इसलिए उनसे संबंधित कोई भी कार्यक्रम होगा तो यह हम सभी लोगों का दायित्व है कि हम उसमें पूरा सहयोग करें। इसके लिए किसी को कहने की आवश्यकता नहीं है। हमलोग हर प्रकार से, स्वयं इसे अपनी जिम्मेवारी मानते हैं।
उन्होंने कहा कि हमलोगों ने यह भी तय किया है कि प्रकाश पुंज का निर्माण होगा, जिसमें गुरु नानक देव जी महाराज और सिख समाज से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी होगी। उसके निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी।