• December 22, 2018

सिसकते हुए लडकियों ने परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल से कहा -सर, आरोपी को दिलाओ कड़ी से कड़ी सजा

सिसकते हुए लडकियों ने परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल से कहा -सर, आरोपी को दिलाओ कड़ी से कड़ी सजा

रोहतक——-: निजी स्कूल का वह प्राचार्य निहायत गंदा इंसान है। अंधेड उम्र का है। उसकी खुद की एक बेटी है। वह छोटी बच्चियों की उम्र भी नहीं देखता। बोर्ड की परीक्षाओं में पास कराने अच्छे अंक दिलवाने का झांसा देकर बच्चियों को अपना शिकार बनाता है। उपरोक्त दर्द भरी बातें स्थानीय राजकीय विद्यालय की जमा एक कक्षा की एक छात्रा ने सिसकते हुए उस समय में बताई जब हरियाणा सरकार के एक ओर सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने छेड़छाड़ की घटनाओं के संबध में छठी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की छात्राओं से स्कूल में सीधा संवाद किया।

रॉकी मित्तल द्वारा छात्राओं से किये गए सीधे संवाद के दौरान अनेक लड़कियों ने जहां सबके सामने रोते हुए छेड़छाड़ की घटनाओं से अवगत कराया और कहा कि यह एक दिन की घटना नहीं है बल्कि उन्हें रोजाना स्कूल जाते समय व आते समय मनचलों की हरकतों का सामना करना पड़ता है।

प्रिंंसिपल की गंदी हरकतों को झेल चुकी पीडि़त लडक़ी ने यह भी खुलासा किया कि उसने एक नहीं बल्कि अनेक लड़कियों के साथ ऐसा किया है। पीडि़त लडक़ी के अनुसार एक बार उक्त प्रिंसिपल का रंगे हाथों पकडऩे का प्रयास लड़कियों ने स्वयं किया था, लेकिन जब प्रिंसिपल का पता चला तो पीडि़त लडक़ी की जमकर पिटाई भी की।

पीडि़त लडक़ी ने बताया कि उसने भी उक्त प्रिंसिपल के निजी स्कूल से दसवीं पास की और अब वह राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। लडक़ी के अनुसार वह पढ़ाई में कमजोर लड़कियों की पहचान करता है और फिर उन्हें पास करवाने या अच्छे अंक दिलवाने का भरोसा दिलवाता है। उसके स्कूल को मान्यता भी नहीं मिली हुई है। उसकी गंदी हरकतों को उसके परिवार वाले भी जानते है।

पीडि़त लडक़ी के अनुसार वह लाचार छात्राओं को एक-एक घंटे ऑफिस के अन्दर बंद रखता है। उक्त छात्रा ने कहा कि एक ओर सुधार कार्यक्रम के तहत जब छठी व सातवीं कक्षा की छात्राएं छेड़छाड़ की घटनाओं के बारे में खुलासा कर रही थी तो उसमें भी यह साहस जागा और प्रिंसिपल की करतूतों क बारे अवगत कराया।

पीडि़त छात्रा ने कहा कि वह प्राचार्य की करतूतों के बारे में घर वालों को इस लिए नहीं बता पाई कि घर वाले उसकी पढ़ाई बीच में छुड़वा देते। वह पढक़र पुलिस अधिकारी बनना चाहती है और साथ में यह भी चाहती है कि जिस तरह से प्राचार्य ने नादान लड़कियों के साथ बुरा कृत्य किया है ठीक उसी एवज में उसे कड़ी सजा मिले।

मौके पर ही आरोपी प्राचार्य को पुलिस ने लिया हिरासत में:-

पीडि़त छात्रा की दर्द भरी दास्ता सुनने के उपरांत परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने मौके पर ही पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि उक्त प्राचार्य को अभी छात्रा के समक्ष लाया जाये। इस पर पुलिस ने आरोपी को उक्त स्कूल में बुलाया। छात्रा ने मुंह पर कपड़ा ढक कर आरोपी की दूर से ही पहचान कर ली और वह अपने पैर पीछे करके जोर-जोर से रोने लगी।

एक सप्ताह के भीतर मजनुओं से मुक्त होगा रोहतक:- रॉकी मित्तल

हरियाणा सरकार के एक ओर सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने कहा कि छात्राओं से मिली फीडबैक के आधार पर पुलिस को मजनुओं के ठीकाने बता दिये गये है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह के भीतर रोहतक को मजनुओं से मुक्त करा दिया जायेगा।

रॉकी मित्तल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने छात्राओं से होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं के संबंध में फीडबैक लेने के लिए उनकी डयूटी लगाई है। उन्होंने बताया कि वे 16 जिलों में जाकर तीन दर्जन स्कूलों का दौरा कर छेड़छाड़ की घटनाओं के संबंध में फीडबैक ले चुके है।

उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल से पीडि़त छात्रा इस कदर घबराई हुई थी कि वह घटना का जिक्र करते हुए बेहोशी की स्थिति में पहुंच गई थी। रॉकी मित्तल ने बताया कि उनकी हरियाणा पुलिस क महानिदेशक बीएस सिंधु से रोहतक की घटना के संबंध में फोन पर बातचीत हुई है और उन्होंने कहा कि आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल क नेतृत्व में भाजपा की पहली ऐसी सरकार है जो छात्राओं के बीच जाकर उनसे उनकी सुरक्षा के संबंध में फीडबैक ले रही है। उन्होंने कहा कि बहादशापुर में एक गेस्ट टीचर को गिरफ्तार किया गया है और इसी प्रकार झज्जर में भी दो मंचलों को मौके पर ही गिरफ्तार करवाया गया है।

रॉकी मित्तल ने कहा कि रोहतक में छात्राओं से जो फीडबैक मिली है उनके आधार पर पुलिस कर्मी सुनियोजित तरीके से मजनुओं को पकडऩे का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुर्गा शक्ति वाहिनी का गठन किया गया है और 50 गाडिय़ां उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा मोबाईल पर दुर्गा ऐप डाउनलोड करके भी छात्राएं छेड़छाड़ की घटनाओं की सूचना दे सकती है।

कार्यक्रम के दौरान अनेक छात्राओं ने अपने साथ होने वाली घटनाओं क बारे में बताया। छात्राओं ने कहा कि उन पर फब्तियां कसी जाती है। मनचले बाइक पर सवार होकर आते है और उनका पीछा भी किया जाता है। स्कूल आते व जाते समय उन्हें तनाव के दौर से गुजरना पड़ता है और ऐसा लगता है कि न जाने कौन से पल में क्या घटना घटित हो जाए।

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