- December 1, 2018
इंडिया स्किल रिपोर्ट-2019 के सर्वे ——-रोजगार पाने वाले युवाओं में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर
चण्डीगढ़——- रोजगार पाने वाले योग्य युवा तैयार करने के विषय में हरियाणा लंबी छलांग लगाकर देश में तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि पहले हरियाणा प्रदेश देश के टॉप टेन में भी नही था। इंडिया स्किल रिपोर्ट-2019 के सर्वे में ये आंकड़े सामने आए हैं।
इसमें तकनीकि शिक्षा विभाग हरियाणा ने अपने विभिन्न पोलिटैक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेजों तथा तकनीकि विश्वविद्यालयों के माध्यम से गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध करवाकर महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
तकनीकि शिक्षा विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष विभाग द्वारा कई नई पहल शुरू की गई थी जिसमें इंजीनियरिंग तथा पोलिटैक्निक कॉलेजों में दाखिला प्रणाली व परीक्षा प्रणाली में सुधार, विद्यार्थियों की प्लेसमेंट तथा ओवर ऑल पर्सनेलिटी डिवलपमेंट में बेहतरी लाना शामिल है।
पिछले शैक्षणिक सत्र में प्रदेश के राजकीय पोलिटैक्निक तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों के 94 प्रतिशत पात्र विद्यार्थियों को विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों अथवा नामी कंपनियों में प्लेसमेंट मिली और कई विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए अच्छे कॉलेजों में दाखिला मिला। उन्होंने बताया कि तकनीकि शिक्षा विभाग हरियाणा तथा संस्थानों ने अपने विद्यार्थियों को प्लेसमेंट, ट्रेनिंग, औद्योगिक ईकाई देखने तथा एक्सपर्ट लैक्चर आदि के लिए विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ 285 एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप राजकीय तकनीकि संस्थानों में दाखिलों में 11 प्रतिशत वृद्धि हुई है तथा विद्यार्थियों की पास प्रतिशत में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
शैक्षणिक सत्र 2018-19 में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल कुमार ने बताया कि तकनीकि शिक्षा विभाग द्वारा कई ऐसे नए उपाय किए गए हैं जिनकी वजह से रोजगार प्राप्त करने लायक विद्यार्थियों की संख्या बढाने में मदद मिली है और उनके हुनर मे ईजाफा हुआ है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के सभी राजकीय संस्थानों को भौगोलिक दृष्टि से 6 कलस्टरों में बांटा गया था और मुख्यालय पर सैंट्रालाईज्ड ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सैल स्थापित किया गया जिसके माध्यम से संस्थान में तीन स्तर की ट्रेनिंग और प्लेसमेंट मदद देना सुनिश्चित किया गया।
विद्यार्थियों की दक्षता बढाने के लिए और उन्हें जॉब रैडी बनाने के लिए डिप्लोमा और डिग्री इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को स्पेशलाईज्ड ट्रेनिंग देने के लिए सैंटर ऑफ एक्सीलैंस स्थापित किए गए।
बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां मारुति सुजुकि इंडिया लिमिटिड, हीरो मोटो कोर्प, पॉवरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, एनटीपीसी – एचपीजीसीएल, डैफोडील आदि ने विभिन्न राजकीय पोलिटैक्निक कॉलेजों में सैंटर ऑफ एक्सीलैंस स्थापित करने के लिए विभाग के साथ करार पर हस्ताक्षर किए ताकि विद्यार्थियों को उद्योगों में हैन्ड्स ऑन स्किल ट्रेनिंग दी जा सके।
उन्होंने बताया कि सीएसआर पहल के अंतर्गत विद्यार्थियों की ओवर ऑल पर्सनेलिटी डिवलेपमेंट के लिए कॉर्पोरेट कंपनियों जैसे महेंद्रा प्राईड क्लासरूम, ईईएसएल आदि के प्रोफेसनल टेऊनरों से राजकीय संस्थानों के फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को नि:शुल्क दिलवाई गई। श्री अनिल कुमार ने बताया कि अब तकनीकि शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा राजकीय तकनीकि संस्थानों के विद्यार्थियों को विदेशों में प्लेसमेंट दिलवाने तथा उनकी ग्लोबल प्रतियोगी क्षमता बढाने के लिए शैक्षणिक टाई अप करने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि टीचिंग-लर्निंग प्रक्रिया में सुधार लाने की नई पहलों के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए एडवांस लैसन प्लानिंग, वैल्यु एडिड कोर्सिज, रैमिडियल क्लासिज, सॉफट स्किल ट्रेनिंग, अनिवार्य इन्टर्नशिप, डिजीटल लर्निंग, एक्सपर्ट लैक्चर आदि की व्यवस्था की गई है।
कंपनियों में उभरते रोजगार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए नए विषय जैसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और आर्टिफिशियल इंटेलीजैंस (एआई) प्रथम वर्ष से ही शुरू किए गए हैं। श्री अनिल कुमार ने आशा जताई कि इन समस्त उपायों से प्रदेश के राजकीय तकनीकि शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों की रोजगार प्राप्त करने की क्षमता और प्लेसमेंट में गुणात्मक सुधार होगा तथा विद्यार्थी ज्यादा पैकेज के साथ रोजगार प्राप्त कर सकेंगे जिससे हरियाणा अगले वर्ष युवाओं को रोजगार योग्य बनाने की दिशा में देश में पहले स्थान पर होगा।