- October 11, 2018
गंगा एक्ट की मांग –जल, शहद और नमक त्याग– सानंद को प्रशासन ने एम्स में ठूंसा
हरिद्वार ——– सानंद गंगा एक्ट लागू करने की मांग को लेकर 22 जून से मातृसदन आश्रम में अनशन कर रहे हैं। उन्होंने जल भी त्याग दिया था।
सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह, सीओ कनखल स्वप्न किशोर और थानाध्यक्ष ओमकांत भूषण पुलिस फोर्स सहित मातृसदन आश्रम पहुंचे। ज्ञानस्वरूप सानंद के समर्थन में लोग विरोध प्रदर्शन न करें इसके लिए पहले ही क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई थी।
प्रशासन ने मातृ सदन के ब्रह्मचारियों को गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते सानंद को अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही।
आश्रम के ब्रह्मचारियों प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया।
ब्रह्चारी दयानंद ने कहा कि प्रशासन धारा 144 का दुरुपयोग कर रहा है। उन्होंने कोर्ट के आदेश की आवमानना की बात कहते हुए हाईकोर्ट में अपील करने की बात भी कही।
पुलिस ने जबरन सानंद को गाड़ी में बिठा लिया। हाईकोर्ट से पूर्व में मिले निर्देशानुसार प्रशासन ने सानंद को ऋषिकेश स्थित एम्स में भर्ती करा दिया। सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह ने बताया कि सांनद के जीवन की रक्षा के लिए कार्रवाई की गई।
सानंद ने जल, शहद और नमक त्याग दिया था। इस कारण उनके जीवन को खतरा पैदा हो सकता था। इनसेट प्रशासन पहले भी सानंद को अस्पताल में करा चुका है भर्ती प्रशासन पहले भी सानंद को जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करा चुका है।
सानंद मानसून सत्र में ही बिल पेश करने की बात पर अड़े हैं ।
उत्पल कुमार ने समय सीमा बीतने के बाद सानंद से वार्ता की, पर सानंद बड़ी विद्युत परियोजनाओं को बंद करने, गंगा एवं सहायक नदियों में खनन पर रोक लागने और गंगा एक्ट लागू करने की अपनी मूल मांग पर अड़े है।
मुख्य सचिव ने कहा यह केंद्र सरकार के स्तर का मामला है, वे केवल उनकी बात को आगे पहुंचा सकते हैं।