- October 10, 2018
ग्लोबल वार्मिंग से बिहार, यूपी में 20 % तक कम बारिश- उपमुख्यमंत्री
पटना –डब्ल्यू डब्ल्यू एफ द्वारा आयोजित कार्यशाला में नेपाल सहित झारखंड, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश से आए प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कल ही प्रकाशित आईपीसीसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बारिश 20 प्रतिशत तक कम हो जायेगी, जबकि गंगा घाटी से जुड़े इलाके पहले से ही कम बारिश से जूझ रहे हैं। अगर ग्लोबल वार्मिंग से डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक तापमान बढ़ता है तो गेहूं के उत्पादन में 6 प्रतिशत, चावल में 3.2, मक्का में 7.4 प्रतिशत तक की कमी आयेगी और इसका सबसे ज्यादा प्रभाव गरीबों पर पड़ेगा।
श्री मोदी ने कहा कि 1850 से 1900 ई. के बीच हुई दूसरी औद्योगिक क्रान्ति के बाद अभी तक तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है। पेरिस समझौते में दुनिया के दशों ने यह निर्णय लिया है कि तापमान की वृद्धि को 2 डिग्री तक सीमित रखा जायेगा और 2040 तक उसे यथासंभव 1.5 डिग्री सेल्सियस तक रखने का प्रयास किया जायेगा। ग्रीन हाउस उत्सर्जन को 2010 के स्तर से 2030 तक 50 प्रतिशत पर तथा 2050 तक 0 प्रतिशत पर लाने की चुनौती है।
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हो रहे जलवायु परिवर्तन से खाद्य सुरक्षा, जलापूर्ति व स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होंगे। जीव विशेषज्ञों से उन्होंने अपील की कि वे जलवायु परिवर्तन का वन्य जीवन पर क्या असर होगा इसका अध्ययन करें।