- October 1, 2018
स्वतंत्रता सेनानी पं. श्रीराम शर्मा की जयंती—संविधान निर्मात्री सभा सदस्य
रोहतक———- शहर की स्थानीय श्रीराम रंगशाला में महान स्वतंत्रता सेनानी पं. श्रीराम शर्मा की जयंती हर्षोउल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम के अवसर पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व मुख्यातिथि व बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक ने बतौर विशिष्ठ अतिथि के तौर पर शिरकत की।
मुख्य अतिथि के साथ शहर के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी पं. श्रीराम शर्मा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी ।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि पं. श्रीराम शर्मा रोहतक के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। उन्होंने देश की आजादी के लिए खूब संघर्ष किया तथा कई वर्षों तक जेल यातनाएं सहते हुए सीमित साधनों के साथ अंग्रेजो की तानाशाही के खिलाफ खड़े रहे । उन्होंने कहा कि पं. श्रीराम शर्मा ने अपना पूरा जीवन भारत की स्वतंत्रता के लिए अर्पित कर दिया।
वे संविधान निर्मात्री सभा के सबसे पहले सदस्य थे तथा उन्होंने देश की जनता के लिए बहुत कल्याणकारी कार्य किये।
श्री ग्रोवर ने कहा श्री मनोहर लाल के रूप में प्रदेश को एक ऐसा इमानदार मुख्यमंत्री मिला जिसने जाति-पाती की दुर्भावना को किनारे रखते हुए छत्तीस बिरादरी को साथ लेकर प्रदेश को आगे बढऩे का बीड़ा उठाया है।
उन्होंने प्रधानमन्त्री के प्रस्तावित दौरे के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि रहबरे आजम चौधरी छोटू राम की गढ़ी सांपला में बनायीं गयी लगभग 65 फिट ऊँची प्रतिमा का आगामी 9 अक्तूबर को माननीय नरेंद्र मोदी अपने हाटों से पदार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भेंट करेंगे।
वे इस मौके पर सांपला में एक जनसभा में हरियाणा वासियों को सन्देश भी देंगे। उन्होंने बताया कि 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष में पूरे देशभर में पदयात्रा निकालते हुए गांधी जी के स्वछता व अंतिम व्यक्ति तक सुविधाए पहुंचाने के सन्देश को आमजन के साथ सांझा करेंगे।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे बहादुरगढ़ के भाजपा विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि यह कार्यक्रम राजनितिक ना होकर एक सामजिक कार्यक्रम है और महान स्वतंत्रता सेनानी पं. श्रीराम शर्मा ने किसी एक जाति अथवा धर्म के लिए नहीं बल्कि हम सब देशवासियों के लिए अंग्रेजी सरकार से टक्कर ली। इसलिए सभी को राजनीती से उपर उठकर महान स्वतंत्रता सेनानी पं. श्रीराम शर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित करके उनके प्रति सम्मान दर्शाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर आज कोई किसी बड़े अथवा ऊँचे स्थान पर पहुंचा है तो वह केवल समाज के सहयोग के कारण ही उस मुकाम तक पहुंच पाया है, क्योंकि समाज से बड़ा कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि सबसे पहले समाज है उसके बाद राजनीति तथा बाद में व्यक्तित्व का नम्बर आता है। समाज के बिना व्यक्तित्व का कोई अस्तित्व नहीं है।
इस अवसर पर बहादुरगढ़ के मेट्रो स्टेशन का नामकरण पं. श्रीराम शर्मा के नाम पर करवाने में संघर्षशील रहे बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान वीटा के चेयरमैन जी.एल. शर्मा ने सभी अतिथियों व आगन्तुकों का स्वागत करते हुए पं. श्रीराम शर्मा के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।
इस अवसर पर जागृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष पं. रमेश हरियाणा, समाज सेवी मनमोहन गोयल, पार्षद अशोक खुराना, परशुराम जनकल्याण समिति के सदस्य रणधीर भारद्वाज, पंडित श्याम सुन्दर गौतम, पूर्व सरपंच पहरावर ऋषिप्रकाश, सतीश पहरावर, पूर्व एसडीओ रामफल, जितेंद्र, जयभगवान, सुरेंद्र भारद्वाज, अश्वनी, पूर्व सरपंच रामचंद्र कौशिक, पंच जयभगवान, विशाल ढल, घनश्यामदास प्रोहित, भारत भूषण शर्मा, भाजपा नेत्री रानी किराड़, तारावती चाहर, टोनी सरपंच, सरपंच जयकिशन व नरेश जांगड़ा सहित आदि उपस्थित थे।