- September 10, 2018
प्रतिशोध की राजनीति, चुरहट के संस्कार में नहीं – सोमेश्वर सिंह
चुरहट—–मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आदरणीय राहुल भैया के निर्देश पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती बसंती देवी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एस्ट्रो सिटी में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई ।
इसे कहते हैं चुरहट परिवार का संस्कार, सदाशयता , बड़प्पन | शायद इसे माननीय मुख्यमंत्री जी ना समझ पायें। जिन्होंने एक साधारण घटना को लेकर कह दिया की उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। कांग्रेस उनके खून की प्यासी है |
स्वर्गीय कुंअर श्री अर्जुन सिंह जी ने चुरहट तो क्या प्रदेश, देश में कभी प्रतिशोध की राजनीत नहीं की और ना ही कभी इस तरह की घटनाओं में आपा खोया और ना ही बड़बोलापन किया। वे सदैव कहा करते थे ,मुख्यमंत्री किसी भी दल का हो मुख्यमंत्री बनने के बाद वह प्रदेश के संपूर्ण जनता का होता है।
किंतु दुखद है कि आदरणीय शिवराज सिंह चौहान जी ने अपने आप को सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री मान लिया। उनके सिपहसालार ,प्रशासन ,पुलिस ने रातों रात मनगढ़ंत कथा गढते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित सामान्य जन, जो किसी दल से संबंध नहीं थे, रातों-रात घर से उठवा लिया ।उनके ऊपर संगीन आपराधिक मामले पंजीबद्ध कर लिये गये। जो आज भी हत्या के प्रयास के अपराध में जेल में बंद है।
लोकतंत्र में यदि प्रतिपक्ष या आम नागरिक से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार छीन लिया जायेगा ,तो फिर बचेगा क्या? यदि स्थानीय समस्याओं से ग्रसित नागरिकों, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने माननीय मुख्यमंत्री जी को काले झंडे दिखाये, चूड़ियां भेंट की, रास्ता रोका ,तो यह कौन सा अपराध है?
घटना के बाद जोकथायें आ रही हैं , वह अत्यंत चौकाने वाली है | मसलन पटपरा में जिस भाजपा मंडल अध्यक्ष के पेट्रोल पंप में साजिश रची गई और उसका नौकर इस मामले में प्रमुख गवाह है | उसने भोपाल में जाकर आदरणीय राहुल भैया की मौजूदगी में आहूत पत्रकार वार्ता में समूचे घटनाचक्र का खुलासा कर दिया है।
मुख्यमंत्री जी की चुरहट सभा के बाद सीधी पूजा पार्क में दुर्भाग्यपूर्ण चप्पल बाजी के तत्काल ही तकरीबन रात 1:00 बजे चुरहट नेहरू तिराहा तथा थाना तिराहा में लगे हुए क्लोज सर्किट कैमरे हटा लिए गये, आखिर क्यों ?इसी तरह चुरहट सभा के बाद सेमरिया में एक पत्रकार ने मौजूद पुलिस अधिकारी से दूरभाष पर संपर्क किया और घटना के संबंध में जानकारी ली, जिसके वायरल ऑडियो क्लिप से पता चलता है कि जब मुख्यमंत्री जी का रथ चुरहट से सेमरिया के लिये प्रस्थित हुआ, तबकांच नहीं टूटा था ।
सीधी पूजा पार्क पहुंचते-पहुंचते सारी कहानी बदल गई। उस ऑडियो में पुलिस अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि यह पॉलिटिकल स्टंट है। आखिर भोगना तो राहुल जी को है। क्या माननीय मुख्यमंत्री जी इस संपूर्ण घटना की न्यायिक जांच करायेगे?
कांग्रेस मीडिया प्रभारी सोमेश्वर सिंह ने उक्ताशय के जारी प्रेस बयान मे कहा है कि चुरहट में भारतीय जनता पार्टी से संबंधित तीन अनुषांगिक संगठनों ने चुरहट में पदस्थ आईएएस अर्पित वर्मा के खिलाफ माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन प्रेषित किया है।जिसमें कहा गया है कि उन्होंने क्षेत्र में रेल लाइन तथा नेशनल हाईवे के चुरहट बाईपास रोड के मामले में घपला किया है ।
अन्य कई संगीन आरोप लगाए गये हैं, जिसमें राजस्व मामले भी शामिल हैं। साथ ही उनके कार्य ,व्यवहार और आचरण पर भी गंभीर आरोप लगाये गये।यह आक्रोश कांग्रेस का नही, आम जनता का है ।और उससे भी बढ़कर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का है, इस बात को माननीय मुख्यमंत्री जी को समझना चाहिये ।
विजय सिंह
सीधी