• August 24, 2018

फसल अवशेष प्रबधन तथा पर्यावरण सुधार अभियान

फसल अवशेष प्रबधन तथा पर्यावरण सुधार अभियान

पानीपत——- राष्टीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक(नाबार्ड) भारत सरकार एवं हरियाणा सरकार के संयुक्त तत्वावधान में लघु सचिवालय के सभागार में फसल अवशेष प्रबधन तथा पर्यावरण सुधार सम्बधी अभियान को गति प्रदान करने तथा सहयोग के उद्देश्य से राज्य स्तरीय फसल अवशेष प्रबधन अभियान की शुरूआत की गई।

इस अभियान का शुभारंभ उपायुक्त सुमेधा कटारिया, नाबार्ड के उपमहाप्रबंधक मलकीत सिंह द्वारा किया गया है। इस अवसर पर एडीसी सुजान सिंह यादव, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक संजय सिंह, डीडीपीओ रूपेन्द्र मलिक, कृषि विभाग के उपनिदेशक उपनिदेशक डॉ पवन शर्मा, किसान, उत्पादक संघ के सदस्य, परियोजना राज्य नोडल एजेंसी जेबीएनआरएम ट्रस्ट के अधिकारी उपस्थित रहे।

उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने फसल अवशेष प्रबंधन की बैठक को सम्बोधित करते हुए सबसे पहले नाबार्ड़ के डीजी और डॉक्टर भूपेन्द्र सिंह का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि ये दिन बहुत बड़ा दिन है। जो कि हम एक नई शुरूआत करने जा रहे है। केवल कानून बनाकर इस सम्स्या का हल नहीं किया जा सकता बल्कि इसको हल करने के लिए हमें किसानों की मानसिकता को समझना पड़ेगा और उनसे जुडक़र ही इस समस्या का निवारण किया जा सकता है।

सुमेधा कटारिया ने बताया कि फसल अवशेषों को जलाना बहुत आसान है लेकिन उससे ज्यादा खतरनाक भी है। क्योकि ये फसल की उर्वरक शक्ति को नष्ट कर देता है। जिसकी जानकारी हमारे किसानों को नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें किसानों की मजबूरी को समझने की जरूरत है। किसान पढ़े-लिखे से ज्यादा समझदार होते है। केवल उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा हमें जागने और जन-मानस का जगाने की जरूरत है। सभी अधिकारियों व विभागो को यह समझनेे की जरूरत है।

उपायुक्त ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों की टीम किसानों को आधुनिक मशीनो के प्रयोग के बारे में विस्तार से बताए। इस अवसर पर डीडीए पवन शर्मा ने कृषि तथा किसान कल्याण विभाग की तरफ से किए जा रहे विभिन्न प्रयासों के बारे में चर्चा की तथा बताया की विभाग के सभी अधिकारी नाबार्ड अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव सहयोग करेंगे।

नाबार्ड के सहायक प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि इस नाबार्ड अभियान का लक्ष्य उचित फसल अवशेष प्रबंधन, मिट्टी की उर्वरक शक्ति बढाने, फसल अवशेष प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाली आधुनिक मशीनों के अधिक इस्तेमाल को बढावा देना है।

उन्होंने कहा कि नाबार्ड भारत सरकार तथा राज्य सरकार के अभियान में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है तथा इस अभियान से न केवल पर्यावरण सुरक्षित करने में मदद मिलेगी बल्कि किसानों को अपनी मिट्टी की शक्ति बढाने, फसल अवशेषों के बेहतर प्रबंधन के साथ अपनी आमदनी बढाने के भी अवसर मिलेंगे।

इस अवसर पर उपायुक्त सुमेधा कटारिया तथा नाबार्ड उप महाप्रबंधक मलकीत सिंह ने नाबार्ड द्वारा बनाए गए पोस्टर तथा पाठन सामग्री का विमोचन भी किया तथा फसल अवशेष प्रबंधन संबंधी मोबाइल वेन को भी हरी झंडी दिखा रवाना किया।

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