- August 16, 2018
चुरहट विधान सभा में 25 हजार बोगस मतदाताओंके नाम जोड़े गये – सोमेश्वर
सीधी (विजय सिंह)——— चुरहट विधान सभा क्षत्र की मतदाता सूची में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया है। लगभग 25 हजार की संख्या में बोगस मतदाताओं का नाम जोड़ा गया है। चुरहट में कांग्रेस मुक्त बूथ योजना को अमलीजामा देने के लिये भाजपा का यह सुनियोजित षड्यंत्र है | कांग्रेस पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं ने ऐसे फर्जी नामों को चिन्हित कर चुके हैं |
उक्ताशय का आरोप लगाते हुये कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सोमेश्वर सिंह ने बूथ स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है कि ऐसे चिन्हित बोगस मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से विलोपित कराने तथा जो पात्र मतदाता जिनका नाम छूट गया है, तत्काल नाम जुड़वाने के लिये निर्धारित फार्म भरकर संबंधित बीएलओ से संपर्क करके आपत्ति दर्ज कराएं तथा आपत्ती की पावती ले।
निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के दावा आपत्ति की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक निर्धारित की है, इसके पूर्व मुस्तैदी के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता मतदाता सूची दुरुस्त कराए। साथ ही इस बात की भी निगरानी रखें की मतदाता सूची में दर्ज कौन मतदाता अनुपस्थित है, स्थानांतरित है, या फिर मतदाताओं का नाम दो जगह दर्ज है या फिर पात्र मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है छानबीन कर यह भी सुनिश्चित करे।
संबंधित पोलिंग बूथ के बीएलओ यदि सहयोग नहीं करते या पावती देने में आनाकानी करते हैं तो तत्काल ब्लॉक कांग्रेस चुरहट,मंडलम,अथवा सेक्टर प्रभारी को सूचित करें।
जिन युवा मतदाताओं ने 1 जनवरी की तिथि पर 18 वर्ष की उम्र पूर्ण कर ली है उनका नाम मतदाता सूची में आवश्यक रूप से जुड़वाएं ।साथ ही इस बात की भी निगरानी रखें कि यदि किसी भी मतदाता के घर से मतदान केंद्र की दूरी 2 किलोमीटर से ज्यादा है तो मतदान स्थल परिवर्तन के लिए निर्धारित प्रपत्र 8 ए में बीएलओ के पास आवेदन करे ।साथ ही यह भी सुनिश्चित करे कि ग्रामीण क्षेत्र के किसी मतदान केंद्र में यदि मतदाताओं की संख्या 12 सौ से अधिक है तो अन्य दूसरे मतदान केंद्र को सृजित किए जाने के लिए आवेदन करे।
इसके अलावा निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान केंद्र में पेयजल,शौचालय, विद्युतीकरण, फर्नीचर, मतदान केंद्र में प्रवेश और निकास के प्रथक प्रथक दरवाजे तथा दिव्यांगों के लिए रेलिंग युक्त रैंप होना चाहिए। यदि यह सुविधा मतदान केंद्र में उपलब्ध नहीं है तो ऐसी दशा में संबंधित बीएलओ तहसीलदार,एसडीएम सहित ब्लॉक कांग्रेस चुरहट को सूचित करें।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी सोमेश्वर सिंह ने यह भी कहा है की पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा यह तथ्य संज्ञान में लाया गया है कि बीएलओ के द्वारा स्वीकृत दावा आपत्तियों के अनुसार मतदाता सूची में संशोधन का कार्य नहीं किया जा रहा है। शासन प्रशासन के द्वारा मतदाता सूची के संशोधन के लिए कंप्यूटर डाटा फीडिंग का कार्य निजी ठेकेदारों को सौंपा गया है जो भाजपा के द्वारा पोषित है। और नियमानुसार डाटा फीडिंग का कार्य नहीं कर रहे हैं यह गंभीर बात है।
उन्होंने आगे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समझाइश दी है कि यदि किसी मतदाता का नाम विलोपित करने या जोड़ने के लिए निवास संबंधी विवाद उत्पन्न होता है तो निवास स्थान की प्रामाणिकता के लिए बैंक की पासबुक, बिजली बिल, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, ऋण पुस्तिका या फिर खसरा की नकल प्रस्तुत कर सकते हैं।
प्रत्येक परिवार के मुखिया की एक समग्र आईडी बनी है जिसमें उसके सभी परिवार के सदस्यों का नाम प्रविष्ट होता ह।यदि आईडी उपलब्ध हो तो ऑनलाइन परिवार सूची का प्रिंट आउट निकाल कर प्रस्तुत कर सकते हैं।
ऑनलाइन नाम जोड़ने या हटाने का कार्य घर बैठे करना चाहते हैं तो स्मार्टफोन से भी आप निर्वाचन आयोग के वेबसाइट www.ero.in से कर सकते हैं।