- August 15, 2018
‘एक शाम वीरों के नाम’ —सैनिक, अर्द्ध सैनिक और पुलिस बल के लगभग 30 हजार जवानों ने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए प्राणों का उत्सर्ग किया
भोपाल ——- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शौर्य स्मारक में आयोजित ‘एक शाम वीरों के नाम’ कार्यक्रम में शामिल हुए। शहीदों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि सैनिकों के त्याग, तपस्या और बलिदान से ही आज पूरा देश सुरक्षित है। राज्य सरकार ने शहीदों की शहादत को सम्मानित करने के लिये हर वर्ष 14 अगस्त को प्रदेश में शहीद सम्मान दिवस मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद सैनिक, अर्द्ध सैनिक और पुलिस बल के लगभग 30 हजार जवानों ने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए प्राणों का उत्सर्ग किया है। ऐसे वीरों के प्रति श्रद्धा के केन्द्र के रूप में शौर्य स्मारक की स्थापना की गई है। स्मारक में शहीदों की यादों को संजोया गया है ताकि पूरा समाज उनका स्मरण कर सके, उन्हें नमन कर सके।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने शहीदों के परिजनों को सम्मान निधि के रूप में एक करोड़ रूपये की राशि देने का निर्णय लिया है। इस राशि में से 40 प्रतिशत राशि शहीद के माता-पिता को दी जायेगी ताकि वे अपना जीवन सुख-शांति से व्यतीत कर सके। सम्मानित निधि की शेष 60 प्रतिशत राशि शहीद की पत्नी को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीद के परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में योग्यतानुसार नौकरी देगी। शहीदों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के लिये आवासीय भूखण्ड अथवा फ्लेट दिया जायेगा। शहीद की स्मृति में सार्वजनिक स्थानों का नामकरण किया जायेगा। शहीदों के परिजनों की सहमति से शहीद वीरों की प्रतिमा स्थापित करने का प्रावधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीत ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ गाया और ‘अपनी सेना को जानिये’ विषयक आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में मिलेट्री बैंड ने सलाम टू सोल्जर, जय हो गीत की, पाइप बैंड ने हन्ड्रेड-पाइपर्स, जय जन्मभूमि, जॉज बैंड ने मेरा रंग दे बसंती चोला गीत की और अभिलाष म्यूजिकल ग्रुप ने सारे जहां से अच्छा, कदमों से कदम मिलते है, गीत की प्रस्तुतियां दी। प्रारंभ में अतिथियों ने प्रदेश के शहीदों के गाँवों की मिट्टी शौर्य रज पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रगीत वंदेमातरम् और मध्यप्रदेश गान का गायन हुआ।
इस अवसर पर सेना के लेफ्टिनेंट जनरल श्री आर.पी. सिंह, मेजर जनरल श्री पी.पी.एस. रावत, पुलिस महानिदेशक श्री ऋषिकुमार शुक्ला और प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव गणमान्य नागरिक सेना के जवान अधिकारी और बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।