- August 14, 2018
1 करोड़ रूपये की सम्मान निधि में से 60 प्रतिशत राशि शहीद के वैधानिक वारिस और 40 प्रतिशत राशि शहीद के माता-पिता को दी जायेगी
भोपाल ———— मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भिण्ड में शहीद दिवस सम्मान समारोह में घोषणा की कि शहीदों को राज्य शासन द्वारा दी जाने वाली 1 करोड़ रूपये की सम्मान निधि में से 60 प्रतिशत राशि शहीद के वैधानिक वारिस और 40 प्रतिशत राशि शहीद के माता-पिता को दी जायेगी ताकि वे सम्मान पूर्वक जीवन जी सकें। इसी के साथ, शहीदों के माता-पिता को जीवन-यापन के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा 5 हजार रुपये प्रति माह की पेंशन भी दी जायेगी। साथ ही शहीद के वारिस को नौकरी, फ्लैट अथवा आवासीय प्लॉट दिया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि शहीदों के नाम पर सार्वजनिक मार्ग, चौराहों और स्थलों का नामकरण किया जायेगा। स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर शहीदों की प्रतिमाएँ लगायी जायेगी। मुख्यमंत्री ने समारोह में भिण्ड जिले के 119 शहीदों के परिजनों को शॉल, श्रीफल, सम्मान-पत्र और उपहार भेंट कर सम्मानित किया।
श्री चौहान ने कहा कि शहीदों का राष्ट्र पर कर्ज है। हम मध्यप्रदेश में शहीदों की शहादत को नमन करते हुए परिजनों को सम्मानित करने की परंपरा कायम करेंगे। उन्होंने कहा कि शहीदों का स्मरण कर हम उनके कर्ज को उतारने का प्रयास करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि आजादी के बाद सीमांत की रक्षा, आतंकवाद जैसी कार्यवाहियों में देश के 30 हजार जवानों ने शहादत दी है। इनमें से अकेले मध्यप्रदेश के 602 शहीदों को अब तक सूचीबद्ध किया गया है। इनमें भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर जिले के शहीदों की संख्या सर्वाधिक है।
इसके पहले मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में स्वयं का सम्मान करवाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेशभर में शहीद सम्मान दिवस मनाया जा रहा है। इसलिये आज केवल शहीदों के परिजनों और वीर नारियों का सम्मान किया जाये।
समारोह में सामान्य प्रशासन और नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लालसिंह आर्य, सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद, विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह, चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी, राज्य बीज निगम के उपाध्यक्ष श्री मुन्नासिंह भदौरिया, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री के.पी. सिंह भदौरिया, अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री ऋषिकुमार शुक्ला, मध्यप्रदेश सैनिक कल्याण बोर्ड के निर्देशक बिग्रेडियर श्री आर.एस. नौटियाल, शहीदों के परिजन और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।