- August 9, 2018
झूठी शान के लिए बेटियों की हत्या शर्मनाक—- -प्रतिभा सुमन
रोहतक—— हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा प्रतिभा सुमन ने कहा कि समाज में मानवता के नाम पर झूठी शान के लिए अपनी बेटियों की हत्या करवाना जैसी घटना को अंजाम देना शर्मनाक है। इसके लिए महिला आयोग दोषियों को जल्द गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी सजा की मांग करता है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने 12 साल तक की बेटियों की सुरक्षा के लिए बेहतर कानून बनाया है, उसी तर्ज पर आयोग इस तरह के मर्डर करने वालों के खिलाफ भी कानून बनाने की सिफारिश करेगा।
महिला आयोग की अध्यक्षा आज पीजीआई का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियों पर हमें गर्व है। यदि किसी को जन्म देने का अधिकार नहीं है तो मारने का भी कोई अधिकार नहीं। यह सब भगवान भरोसे ही संभव है, लेकिन कई लोग बिना सोचे समझे इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं, जो समाज व देश के लिए धब्बा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगे, इसके लिए सभी बहन, बेटियों, महिलाओं को आगे आना होगा। इसके अलावा समाज के प्रतिनिधि विशेषकर पंच, सरपंचों को भी पूर्ण सहयोग करना चाहिए ताकि हमारे प्रदेश की बेटियों को सुरक्षित रखा जा सके।
अध्यक्षा ने कहा कि महिला आयोग इस तरह की घटनाओं को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और सरकार से भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्यवाही करने की पुरजोर पैरवी करता है। उन्होंने आयोग की अध्यक्षा, बेटी, मां और एक महिला होने के नाते मृतक ममता के शव को उनके परिजनों को न सौंपने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जो समाज में झूठी शान के नाम पर मर्डर करवाते हैं, उन्हें अन्तिम संस्कार करने का भी हक नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मृतका का अन्तिम संस्कार पुलिस प्रशासन अपनी देखरेख में करवाए।
श्रीमती सुमन ने शहीद सब इंस्पैक्टर नरेंद्र के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि एक महिला की सुरक्षा में नरेंद्र कुमार ने अपनी शहादत दी है। सरकार को पीडि़त परिवार के प्रति विशेष संवेदना करते हुए उनके आश्रितों की भरपूर सहायता करनी चाहिए। उन्होंने नरेंद्र कुमार की पत्नी मीनू, पुत्री खुशबू व पुत्र वीशु के साथ बातचीत की और उनका गले लगाकर ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि इस घटना ने पुलिसकर्मी के परिवार को भी तोड़ दिया है, जो हमारे लिए बहुत ही निंदनीय है।
श्रीमती सुमन ने पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा से भी इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उन्हें भी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीजीआई की निदेशक डा. सरिता मग्गू, संयुक्त निदेशक प्रीति, रजिस्ट्रार एचके अग्रवाल, फोरेंसिक हैड डा. एसके धत्तरवाल, एमरजेंसी इंचार्ज डा. संदीप, एडीए अंजू कटारिया, आत्मप्रकाश से भी विस्तार से बातचीत की।
इस मौके पर डीएसपी रमेश चंद्र, इंस्पैक्टर सुनीता, सब इंस्पैक्टर देवेंद्र सहित पीजीआई का स्टाफ मौजूद था।