• August 7, 2018

हस्ताक्षर 12 हजार अभियान *** पराली जलाने की जरूरत नहीं***

हस्ताक्षर 12 हजार अभियान  *** पराली जलाने की जरूरत नहीं***

पानीपत———उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने लघु सचिवालय परिसर में पौधारोपण किया और इस कार्य के लिए राजाखेड़ी स्थित राजकीय स्कूल के जेबीटी अध्यापक बोधराज की प्रशंसा भी की, जिन्होंने पौधारोपण अभियान को आगे बढाने के लिए लोगों को जागरूक करने का भरसक प्रयास किया है और हस्ताक्षर 12 हजार अभियान चलाया। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने अपने इस अभियान के तहत 808वां पौधा लगवाकर उपायुक्त के हस्ताक्षर भी करवाएं।

डीसी सुमेधा कटारिया ने कहा कि पेड़-पौधे पृथ्वी का श्रंगार ही नहीं, प्राणी जगत के जीवन का आधार भी हैं। पौधे प्राणियों को प्राण वायु आक्सीजन प्रदान करते हैं पौधों से हमें इमारती लकड़ी, फल, सब्जी और आयुर्वेदिक औषधियां भी प्राप्त होती हैं।

उन्होंने कहा कि आज एक ओर जहां उद्योगों से निकलने वाली दूषित गैस और कचरे तथा कृषि क्षेत्र में रासायनिक खाद व कीटनाशक दवाईयों के अंधाधुंध प्रयोग किए जाने के बाद वायुमण्डल में आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा बनाए रखना विश्व मानव के समक्ष गम्भीर चुनौती आ खड़ी हुई है।

इस चुनौति से निपटने के लिए यदि समय रहते पर्याप्त कदम नहीं उठाए जाते तो इसके गम्भीर परिणाम भी हो सकते हैं। इसलिए भारत के सभी प्रदेशों में इस समय विशेष पौधारोपण अभियान चलाया गया है।

मानसून काल पौधारोपण के लिए सबसे बेहतर समय होता है। इसलिए हरियाणा सरकार ने भी विशेष पौधारोपण अभियान के तहत हरियाणा में विगत 10 जुलाई से आगामी 30 अगस्त तक विशेष पौधारोपण अभियान व पौधागिरी कार्यक्रम लागू किया है। इस मौके पर एसडीएम विवेक चौधरी, सीटीएम शशी वसुन्धरा भी उपस्थित थे।

*** पराली जलाने की जरूरत नहीं***
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. पवन शर्मा ने मडलौडा के चोपडा पैलेस में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हमारे जिले के किसानों को पराली जलाने की जरूरत नहीं पडेगी, बल्कि अब उन्हें अपने नजदीक ही पराली को अच्छे दामों पर बेचने का सुनहरी अवसर मिलेगा, क्योंकि केन्द्र सरकार के आदेश पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा पानीपत में जल्द ही एक एथॉनोल का प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसमें किसानों से गन्ने की तर्ज पर एग्रीमेंट करके पराली की खरीद की जाएगी। इस दिशा में सरकार द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है।

डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि इसी दिशा में सरकार एथॉनोल प्लांट स्थापित करने की दिशा में गंभीरता से कार्य कर रही है। यह प्लांट प्रदेश का एकमात्र ऐसा प्लांट होगा, जिसमें किसानों से आईओसीएल द्वारा पराली की खरीद की जाएगी, जिसमें पराली का उचित प्रबंधन किया जाएगा।

सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. राजेश भारद्वाज ने किसानों का आह्वान किया कि जो किसान फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्र खरीदने में असमर्थ हैं, वे सीएचसी के कृषि यंत्रों को किराए पर लेकर फसल अवशेष प्रबंधन कर सकते हैं।

सहायक गन्ना विकास अधिकारी श्री जोगिन्द्र सिंह ने किसानों को गन्ने की फसल व उसकी पत्ती का प्रबंधन करने के बारे में जानकारी दी। उरलाना सीएचसी के अध्यक्ष प्रवीन राठी ने किसानों को हैप्पी शीडर के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस अवसर पर विभाग की ओर से अनुदान पर दिए जाने वाले कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम में गुण नियंत्रण निरीक्षक सतबीर सिंह, खंड कृषि अधिकारी कर्ण सिंह, कृषि विकास अधिकारी गुलशन राणा, मनोज, संजीत कुमार, बीटीएम जगफूल राठी, एटीएम कविता आदि मौजूद थे।

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