बेसहारा बच्चों का सहारा — फॉस्टर केयर योजना

बेसहारा बच्चों का सहारा — फॉस्टर केयर योजना

भोपाल : (मुकेश मोदी/नीलू सोनी)—-पन्ना जिले के बनेहरीकला, अजयगढ़ के अरविंद और दिनेश, ग्राम टांई गुनौर की मानसी एवं शिवांशी राजपूत, सुमित और राधा विश्वकर्मा जैसे जिले के कई बेसहारा बच्चों को अब महिला-बाल विकास विभाग की फॉस्टर केयर योजना से सहारा मिल गया है।

योजना से जिले के 12 बच्चों को सहारा मिल गया है। ग्राम टांई के सुमित और राधा विश्वकर्मा की माँ का स्वर्गवास हो गया था और पिता जेल में हैं। इन बेसहारा बच्चों को इस योजना का लाभ दिलाया गया है।

नेत्रहीन गुलाब बाई, जो ग्राम पंचायत बघवारकला, शाहनगर की हैं, की दो बेटियों को भी इस योजना का लाभ मिला। बच्चों के संरक्षक भी इन बेसहारा बच्चों का सहारा बनकर गौरव महसूस करते हैं। जिले के अन्य जरूरतमंद बच्चों को भी इस योजना से जोड़े जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

फॉस्टर केयर योजना में ऐसे अनाथ, बेसहारा बच्चे, जिनके माता-पिता नहीं हैं, उन्हें प्रतिमाह 2000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। सहायता राशि ऐसे बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिये उनके बैंक खातों में जमा करवायी जाती है। योजना में ऐसे बच्चों को आर्थिक संबल देने के साथ उनके संरक्षक बनाने का भी प्रावधान है।

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