रोजगार के लिए विदेश जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा एवं वैध प्रवास निश्चित करना राज्य सरकार की अहम प्राथमिकता – मुख्य सचिव

रोजगार के लिए विदेश जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा  एवं वैध प्रवास निश्चित करना राज्य सरकार की अहम प्राथमिकता – मुख्य सचिव

जयपुर——— मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता ने कहा कि प्रदेश से सऊदी अरब, ओमान, कतर, कुवैत, मलेशिया तथा बहरीन जैसे देशों में रोजगार के लिए जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा एवं वैध प्रवास निश्चित करना राज्य सरकार की अहम प्राथमिकता है।
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श्री गुप्ता मंगलवार को यहां राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला मेें मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम ने राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ की स्थापना की है जो प्रवासी श्रमिकों के सुरक्षित प्रवास एवं उनके अधिकारों की रक्षा एवं सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करता है।

प्रकोष्ठ काम की तलाश में विदेश जाना चाह रहे श्रमिकों को सहायक सेवाएं भी प्रदान करता है तथा भारतीय विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पंजीकृत रिकू्रटिंग एजेंट के रूप में भी कार्य कर रहा है।

मुख्य सचिव ने बताया कि राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ से प्रवासी श्रमिक अपनी शिकायत एवं आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं तथा प्रकोष्ठ उन्हें सूचना प्रसार, मार्गदर्शन एवं परामर्श भी प्रदान करता है।

प्रवासी श्रमिकों से जुड़े मुद्दों एवं उनके समाधान हेतु भारतीय मिशनों एवं विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुखों तक ले जानें तथा जागरूकता बढ़ाने हेतु शिविरों और कार्योक्रमों का आयोजन, विदेशी रोजगार मेलों का आयोजन भी कर रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रकोष्ठ राज्य में विभिन्न जगहों पर सुरक्षित और वैध प्रवास पर जागरूकता बढ़ाने हेतु शिविरों का आयोजन करता है साथ ही सुरक्षित और वैध प्रवास, मृतक श्रमिकों के शव को वापस लाने में, मृतकों के परिवार को मुआवजा दिलाने, शिकायतों के समाधान में तथा कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों को परामर्श केन्द्र बनाकर उनको सहायता प्रदान करता है।

मुख्य सचिव ने बताया कि यह कार्यशाला विदेश जाने के इच्छुक श्रमिकों को प्रशिक्षण देने में सहायक होगी जैसे की भर्ती, विदेश में रहना एवं काम करना, विदेश यात्रा हेतु तैयारी, भारत सरकार की नीतियाँ व योजनाएं, भारतीय मिशनों का कार्य और वापसी व पुनःएकीकरण व आपसी हित के प्राथमिक मुद्दों की पहचान तथा ऎसी योजनाओं को बढ़ावा देना जो की राजस्थान राज्य से कुशल श्रमशक्ति निष्पक्ष, मानवीय एवं आर्थिक भर्ती को सुगम बना सकें।

राजस्थान कौशल एवं आजीविका निगम के प्रबंध निदेशक श्री निक्या गोहायन ने बताया कि विदेश मंत्रालय, इंडियन सेन्टर फार माइग्रेशन एवं इंटरनेशनल आर्गेनाईजेशन फॉर माईग्रेशन की सहायता से प्रवास एवं प्रस्थान पूर्व दिशा निर्देश पर जागरूकता बढ़ाने के लिए जयपुर में दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया है।

उन्होंने बताया कि वर्कशॉप राजस्थान से विदेश जैसे गल्फ, मलेशिया जा रहे प्रवासी श्रमिकों के प्रवास, प्रस्थान पूर्व दिशानिर्देश के संबंध में जागरूकता लाने में सहायता करेगी जिससे युवा विदेश प्रशिक्षित होकर जा सकेंगे तथा वहाँ सुरक्षित रह पायेंगे।

उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान से बड़ी तादाद में वर्ष 2014 में करीब 48,129 श्रमिक, वर्ष 2015 में 46,000 तथा वर्ष 2016 में 35,172 श्रमिक राजस्थान से इन देशों में गए थे।

एशिया अन्तराष्ट्रीय प्रवासियों का सबसे बड़ा मेजबान है। (25.8 करोड़ में से 8 करोड़) एंव एशिया लगभग 10.6 करोड़ अन्तरराट्रीय प्रवासियों का मूल क्षेत्र भी रह चुका है जो कि कुल प्रवासियों का 41 प्रतिशत है।

कार्यशाला में केन्द्रीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री मनीष गुप्ता, श्रम सचिव, डॉ. राजेश यादव, उद्योग आयुक्त श्री कृष्ण कुणाल सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं प्रतिभागी मौजूद थे।

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