- May 1, 2018
लगभग 450 गौशाला और नंदीशालाएं — लगभग 3 लाख 41 हजार पशुधन
चण्डीगढ़———हरियाणा में लगभग 450 गौशाला और नंदीशालाएं हैं, जिनमें लगभग 3 लाख 41 हजार पशुधन है और इस पशुधन के गोबर का सदुपयोग करने के उद्देश्य से राज्य सरकार गोबर गैस प्लांट लगाने की व्यवस्था कर रही है। राज्य में जो भी ग्राम पंचायत गोबर गैस का प्लांट अपने गांव में लगाना चाहती है, सरकार उस ग्राम पंचायत का पूरा सहयोग करेगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती तथा केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री श्री एस.एस.आहलूवालिया भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना का नाम गोबर से है, ‘गोबर’ अंग्रेजी का शब्द है और इसे एक स्रोत के रूप में लिया गया है।
*** गोबर का अर्थ है – गैलवोनाइजिंग ऑर्गेनिक बॉयो एग्रो रिसोर्सिस।***
श्री मनोहर लाल ने कहा कि करनाल से गोबरधन योजना की शुरूआत की जा रही है, इसके पीछे भी एक भाव है अर्थात वेस्ट टू गोल्ड, यानी गंदगी से धन या स्रोत को उपजाया जा सकता है। इससे जहां स्वच्छता होगी वहीं किसानों की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि गोबरधन योजना के माध्यम से वेस्ट से बॉयो एनर्जी, सीएनजी, गैस और कम्पोस्ट खाद की अवधारणा की गई है, जिससे लोगों को लाभ होगा और गांव में स्वच्छता कायम होगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा 22 जनवरी, 2015 को पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत का जिक्र करते हुए कहा कि यह अभियान भी हरियाणा से शुरू किया गया था और यह इतना सफल रहा कि आज प्रदेश का लिंगानुपात 850 से बढक़र 914 हो गया है और हमारा लक्ष्य इसेे 950 के पार ले जाना है।
उन्होंने कहा कि गत 14 अप्रैल से 5 मई के बीच ग्राम स्वराज अभियान की शुरूआत की गई, जिसके तहत 8 कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किये जा रहे हैं।
स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि विकास तभी होगा, जब जन आंदोलन होगा। इसलिए किसी भी विकास या परिवर्तन में जनता की भागीदारी बहुत आवश्यक होती है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश के कुछ क्षेत्र शत-प्रतिशत खुले में शौचमुक्त हो गए हैं, लेकिन हमें इन खुले में शौचमुक्त क्षेत्रों को अब ओडीएफ प्लस की ओर बढ़ाना है तथा इन गांव को स्वच्छ व निर्मल गांव बनाना है।
उन्होंने कहा कि गोबरधन का मतलब गोबर व ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना है और इसमें नया जो प्रयोग होगा, वह रसोई गैस का निर्माण होगा।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री श्री एस.एस.आहलूवालिया ने कहा कि आज गोबरधन योजना की शुरूआत के अवसर पर 14 राज्यों के वैज्ञानिक और प्रतिनिधि उपस्थित है। उन्होंने भगवान गौतम बुद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि परिवर्तन हो रहा है और परिवर्तन होकर रहेगा, इसलिए हमें पशुधन के गोबर से सोना निकालना है। उन्होंने बताया कि हमने गोबर के उपयोग के संबंध में होशियारपुर में एक योजना को देखा, जिससे गोबर गैस के साथ-साथ खाद भी निकाली जा रही थी और वहां घर-घर जाकर गोबर एकत्रित किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई संस्था एग्रो वेस्ट का उपयोग करेगी तो उससे आमदनी तो होगी ही साथ में हमें बिजली,गैस और अन्य स्रोत भी प्राप्त होंगे।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेशवर अय्यर ने स्वच्छ भारत अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हरियाणा ने एक साल पहले ही अपने राज्य को ओडीएफ घोषित कर दिया और अब हरियाणा ओडीएफ प्लस की ओर बढ़ रहा है।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की संयुक्त सचिव वी. राधा ने गोबरधन योजना पर एक प्रस्तुति दी। विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर राजपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि करनाल के कुंजपुरा में गोबर गैस का प्लांट चलाया जा रहा है तथा 14 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों को इसका भ्रमण करवाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड से आई सावित्री गोढज़ाला ने भी अपने महिला समूह द्वारा चलाए गए गोबर गैस प्लांट के संबंध में अपने अनुभव सांझा किये।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती, केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री श्री एस.एस आहलूवालियाइस अवसर पर हरियाणा के खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री श्री कर्णदेव काम्बोज, नीलोखेड़ी के विधायक श्री भगवानदास कबीरपंथी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।