- April 30, 2018
लातूर (महाराष्ट्र) से बंधक श्रमिक बंधकमुक्त
गरियाबंद——- महाराष्ट्र के लातूर जिले के ग्राम मुरूर पहुंचकर जिला प्रशासन की टीम ने गरियाबंद जिले के पांच श्रमिकों को बंधकमुक्त कराया। ये सभी बंधक श्रमिक 29 अप्रैल को रात 11 बजे सुरक्षित रूप से वापस गरियाबंद आ चुके है।
इन श्रमिकों को आज सबेरे कलेक्टर निवास में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के समक्ष उनके परिजनों को सौंपा गया।
श्रम पदाधिकारी ने बताया कि गरियाबंद जिले के पांच श्रमिकों को महाराष्ट्र के लातूर में बंधक बनाकर रखने की शिकायत कलेक्टर के समक्ष की गई। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने श्रम विभाग को तत्काल टीम गठित कर बंधक श्रमिकों को मुक्त कराने की कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे, जिसके परिपालन में नायब तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान, उप निरीक्षक जे.एल. शाडिल्य, श्रम उप निरीक्षक अरविन्द गलपाण्डे, संरक्षण अधिकारी फणीन्द्र कुमार जायसवाल तथा आरक्षक कविन्द्र सिन्हा के साथ श्रमिकों को विमुक्त कराने हेतु टीम गठित किया गया।
टीम तत्काल यहां से रवाना हुई और लातूर के कलेक्टर एवं एस.पी. से भेंट कर उनके समक्ष कलेक्टर गरियाबंद का पत्र प्रस्तुत कर बंधकों को विमुक्त कराने हेतु सहयोग मांगा गया।
कलेक्टर एवं एसपी लातूर द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए वहां स्थानीय प्रशासन की टीम तैयार की गई। लातूर और गरियाबंद जिले की टीम ने बंधकों के द्वारा दिये गये लोकेशन ग्राम मुरूर पहुंचकर बोरवेल गाड़ी से बंधकों को विमुक्त कराया।
बंधकों में ग्राम किरवई के केशव ध्रुव, शंकर लोहार, कुमार ध्रुव, तुमेश ध्रुव एवं घनश्याम लोहार शामिल हैं। किसी रूपेश ध्रुव द्वारा इन श्रमिकों को प्रतिमाह 9 हजार रूपये वेतन तथा अतिरिक्त भोजन का लालच देकर नागपुर ले जाया गया था और वहां से जिला लातूर ले जाकर इन श्रमिकों से ओम कॉन्ट्रेक्टर कंपनी में बोरवेल मशीन पर काम कराया जा रहा था।
बंधनमुक्त कराने के बाद एस.डी.ओ. (राजस्व) लातूर से विमुक्त प्रमाण पत्र दिलवाकर बंधकों को 29 अप्रैल को सुरक्षित वापस गरियाबंद जिले लाया गया।