- April 17, 2018
व्हाट्स एप पर प्राप्त शिकायतों की नियमित माॅनीटरिंग तथा निस्तारण के कड़े निर्देश
लखनऊ (सू०वि०)——- राष्ट्रीय मार्ग, राज्य मार्ग, मुख्य जिला मार्ग तथा अन्य जिला मार्ग के बीच 5 किमी0 के दायरे में पड़ने वाले सभी राजस्व गांव तथा मजरे मुख्य मार्ग से जोड़े जायेंगे।
इस पर लगभग रू0 1800 करोड़ व्यय होने का अनुमान है, ये जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधान भवन स्थित कार्यालय कक्ष में लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम तथा राजकीय निर्माण निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश भर में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति समीक्षा बैठक में दी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गांव को मुख्य मार्गों से जोड़ने की कार्यवाही यथाशीघ्र प्रारम्भ कर दी जाय। उन्होने बताया कि सड़क विहीन 1538 ग्रामों में से 122 ग्रामों के सड़क निर्माण हेतु स्वीकृतियां दे दी गयी हैं।
श्री मौर्य ने कहा सड़क का निर्माण, पुनर्निर्माण, चौड़ीकरण एवं सुदृढी़ करण के कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृतियां देने में होंगे। किसी प्रकार का विलम्ब न किया जाय, अकारण विलम्ब करने वाले अधिकारी दण्डित उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभावार सड़क निर्माण की फाइलों को गति प्रदान करें।
श्री मौर्य ने प्लास्टिक कचरे से सड़क बनाने तथा नयी तकनीक से सड़क बनाने के लिये अभियन्ताओं को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये उन्होने कहा कि प्लास्टिक का कचरा हमारे लिये चुनौती है। हमें इस कचरे का उपयोग कर प्रधानमंत्री के सपने स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार करना है।
श्री मौर्य ने 54 अन्तर्राज्यीय मार्गों पर चर्चा करते हुये महत्ता एवं जरूरत के आधार पर सड़क निर्माण की प्राथमिकता निर्धारण के निर्देश दिये उन्होने कहा कि तय समय सीमा के अन्दर पूर्ण गुणवत्ता के साथ सभी कार्य पूरे होने चाहिये।
उन्होने बुन्देलखण्ड के कार्यों को प्राथमिकता से गति प्रदान करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।
नये पुल निर्माण तथा पुराने पुलों के निरीक्षण पर चर्चा करते हुये उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुलों का निरीक्षण लगातार गठित टीम द्वारा होता रहे ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
श्री मौर्य ने कहा कि जो पुराने रेल उपरिगामी सेतु अभी किन्ही कारणों से अधूरे हैं अथवा काम रूका है, उनकी समीक्षा कर कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराया जाय तथा पहुॅच मार्ग भी यथा समय तैयार किये जाय।
उपमुख्यमंत्री ने रोड डायरेकट्री बनाने तथा पुराने अनुपयोगी हो चुके मेनुअल की समीक्षा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होने कहा कि लम्बे समय सेएक ही क्षेत्र तथा पटल पर जमे अधिकारियों व कर्मचारियों को स्थानान्तरित किया जाय।
श्री मौर्य ने व्हाट्स एप पर प्राप्त शिकायतों की चर्चा करते हुये उनके नियमित माॅनीटरिंग तथा निस्तारण के कड़े निर्देश दिये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग श्री संजय अग्रवाल, विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग श्री राजशेखर, इंजीनियर इन चीफ श्री वी0के0 सिंह, निदेशक सेतु निगम श्री राजन मित्तल, निदेशक निगम श्री विश्व दीपक सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
सम्पर्क सूत्रः-
सूचना अधिकारी-राम मनोहर त्रिपाठी