- April 11, 2018
महत्वाकांक्षी जिला इंडिगेटर पर समीक्षा
सुकमा —(छ०गढ)——- जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मंगलवार को सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव और महत्वाकांक्षी जिलों में से सुकमा जिला प्रभारी सचिव श्री कमलेश चतुर्वेदी के द्वारा जिले में विकासात्मक कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा किया गया।
भारत सरकार द्वारा देश के 115 जिलों को महत्वाकांक्षी जिला के रूप में चिन्हित किया गया हैं तथा केन्द्र सरकार द्वारा प्रत्येक महत्वाकांक्षी जिलों के लिए प्रभारी सचिव की नियुक्ति की गई हैं।
इन महत्वाकांक्षी जिलों के लिए 41 इंडिगेटर के माध्यम से योजनाओं का क्रियान्वयन की समीक्षा किया जाएगा। उक्त इंडिगेटरों पर बैठक में चर्चा किया गया। जिसमें कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य ने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्रशासन द्वारा किए प्रयास तथा प्रयासों में हो रही समस्याओं से अवगत कराया गया।
शिक्षा व्यवस्था के चर्चा में कलेक्टर श्री मौर्य ने आश्रम-छात्रावास, पोटाकेबिन की व्यवस्था एवं कोण्टा क्षेत्र के 120 स्कूलों को पुनः प्रारम्भ करने के संबंध में तथा प्रशासन द्वारा संचालित नवाचारों के संबंध में भी जानकारी दी गई।
कलेक्टर श्री मौर्य ने कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन के द्वारा किए जा रहे प्रयासों तथा सिंचाई के क्षेत्र में विकास कार्यों पर चर्चा किया गया।
मनरेगा के कार्य, कौशल विकास के कार्यक्रम, सौर ऊर्जा और ग्रीड ऊर्जा से विद्युतिकरण की कार्य की जानकारी, नवीन बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार, राष्ट्रीय राजमार्ग 30 एवं एमजीएसवाय सड़कों के निर्माण कार्य की प्रगति की भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिपं गजेन्द्र ठाकुर, वन मण्डालाधिकारी श्री केआर बढ़ई, एसडीएम सुकमा श्री जेआर चौरसिया, डिप्टी कलेक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस बैठक में सीएसईबी के अधिकारी को चिन्तलनार, चिन्तागुफा और किस्टाराम क्षेत्र में किए जा रहे विद्युतिकरण कार्य की सराहना की।
सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री चतुर्वेदी के द्वारा जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अवलोकन किया गया।