- March 18, 2018
भारतीय नव वर्ष—काव्योत्सव —
बहादुरगढ़ (कृष्ण गोपाल विद्यार्थी )———— राष्ट्रीय कवि संगम हरियाणा के तत्वावधान में सैनिक नगर स्थित श्री रामाभारती स्कूल में विराट काव्योत्सव का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि व संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के सानिध्य में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रांतीय सयोजक मनमोहन गुप्ता ने की। मंचासीन अतिथियों में लेबर वैलफेयर बोर्ड के चेयरमैन रमेश बलहारा भी शामिल रहे। हरियाणवी हास्य कवि सुंदर कटारिया के संचालन में हुए इस कार्यक्रम में दिल्ली व हरियाणा के अनेक जानेमाने कवियों ने अपनी रोचक प्रस्तुति से श्रोताओं को घण्टों मंत्रमुग्ध किए रखा।
मंचासीन अतिथियों द्वारा किए दीप प्रज्वलन से शुरू हुए काव्योत्सव में मास्टर महेन्द्र के हरियाणवी हास्य ने कुछ ऐसा रंग जमाया कि समयाभाव के बावजूद श्रोताओं की मांग पर उन्हें दोबारा मंच पर बुलाना पड़ा।
संस्था की दिल्ली शाखा के प्रांतीय संयोजक रसिक गुप्ता ने अपनी हास्य कविताएं सुनाने के अलावा सभागार में उपस्थित सभी को भारतीय नव वर्ष की शुभकामनाएं भी दी।
युवा कवयित्री रजनी अवनि ने भी काव्य पाठ का शुभारंभ विक्रमी संवत 2075 पर लिखे अपने नये गीत से किया। विकास यश कीर्ति, सतपाल स्नेही व अर्चना ठाकुर की सस्वर प्रस्तुति कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रही।
पारिवारिक रिश्तों को समर्पित विकास के मुक्तकों व स्नेही की हरियाणवी ग़ज़ल ने जहां श्रोताओं को बार बार तालियां बजाने पर मजबूर किया,वहीं हास्य कवि राजेन्द्र चंचल ने बेटियों की सुरक्षा व बुजुर्गों के सम्मान जैसे गंभीर विषयों पर आधारित अपनी व्यंग्य रचनाओं से समां बांध दिया।
शिव पाराशर की रोमांटिक ग़ज़लों और व्यवस्था पर टिप्पणी करती डॉ.नरेश वत्स की नज़्म को भी बेहद सराहा गया।
उदीयमान हरियाणवी हास्य कवियों बृज प्रजापति व अशोक बरौदा ने शादीशुदा लोगों व विवाह समारोहों के दौरान आने वाली समस्याओं का रोचक चित्रण कर खूब हंसाया। दूसरी ओर संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री अशोक बतरा, हरियाणवी कवि वीरेन्द्र कौशिक व नवोदित कवयित्री कौशल समीर ने बेटियों की सुरक्षा व उनके सम्मान को लेकर रचनाएं सुनाकर इस दिशा में सामूहिक प्रयास किए जाने का संदेश दिया।
अनिल भारतीय ने ईश्वर को प्रतिमाओं की बजाय मन में ही खोजने तथा अशोक नागपाल ने पर्यावरण की रक्षा के लिए अधिकाधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की एक विशेषता यह भी रही कि अपनी ओजपूर्ण प्रस्तुति से चर्चित गीतकार कृष्ण गोपाल विद्यार्थी ने नेताओं पर व्यंग्य करती हास्य रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया,दूसरी ओर हरियाणवी हास्य का पर्याय बन चुके सुंदर कटारिया ने शहीदे आज़म सरदार भगत सिंह को समर्पित अपनी हरियाणवी रचना से अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रमिक कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रमेश बलहारा ने राष्ट्रवादी सोच को विकसित करने में जुटे इस सांस्कृतिक संगठन के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों व अतिथि कवियों को शाल, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
राष्ट्रीय कवि संगम के अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने राष्ट्र जागरण को कवियों का मुख्य धर्म बताते हुए देश के विभिन्न प्रदेशों में सक्रिय इस संस्था की गतिविधियों और महत्वपूर्ण उपलब्धियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर युवा समाजसेवी फौजी,ताऊ म्यूजिक कंपनी के प्रतिनिधि विक्रम,संगीतकार विनोद गिरधर,हरियाणवी कलाकार रमेश सुखीजा,चित्रकार महेश दलाल व अशोक साहिल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति सभागार में उपस्थित रहे।